Hanuma Vihari

Hanuma Vihari: भारतीय क्रिकेट में अपनी धैर्यपूर्ण बल्लेबाजी के लिए पहचाने जाने वाले हनुमा विहारी (Hanuma Vihari) ने रणजी ट्रॉफी (Ranji Trophy) में ऐसा कारनामा कर दिखाया, जिसे लंबे समय तक याद रखा जाएगा। उन्होंने 682 मिनट तक क्रीज पर टिके रहकर 456 गेंदों का सामना किया और ऐतिहासिक नाबाद 302 रन की पारी खेली। हनुमा की इस पारी ने फैंस को भी झूमने पर मजबूर कर दिया। उनकी इस पारी के बाद उन्हें टीम इंडिया का दूसरा ‘द वाल’ कहा जाने लगा है।

Hanuma Vihari की बल्लेबाजी का धैर्य और संयम

Hanuma Vihari

हनुमा विहारी (Hanuma Vihari) ने 24-27 अक्टूबर के बीच खेले गए ग्रुप सी के मुकाबले में आंध्रा प्रदेश की ओर से खेलते हुए ओडिशा के खिलाफ नाबाद 302 रन की ऐतिहासिक पारी खेली। इस मैच में वो आंध्रा की कप्तानी भी कर रहे थे।

विहारी ने अपनी 302 रनों की पारी के दौरान 29 चौके और 2 छक्के लगाए। उनकी इस मैराथान पारी के दम पर आंध्रा ने पहली पारी 5 विकेट पर 584 रन बनाकर घोषित कर दी। उनकी इस शानदार इनिंग में प्रशांत कुमार (127) और रिकी भुई (100) ने भी शतक लगाकर टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचाया।

हनुमा विहारी (Hanuma Vihari) की यह पारी केवल रनों की नहीं थी, बल्कि यह उनके दृढ़ संकल्प और धैर्य का भी प्रमाण थी। 682 मिनट तक क्रीज पर टिके रहना किसी भी बल्लेबाज के लिए मानसिक और शारीरिक रूप से चुनौतीपूर्ण होता है, लेकिन हनुमा ने दिखाया कि वह लंबी पारियां खेलने में सक्षम हैं।

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मैच का रोमांचक समीकरण

Hanuma Vihari

 

हनुमा विहारी (Hanuma Vihari) की पारी के कारण ओडिशा की टीम दबाव में आ गई और जवाब में पहली पारी में 391 रन बनाए, जिसके बाद उन्हें फॉलोऑन खेलने के लिए मजबूर होना पड़ा। दूसरी पारी में भी ओडिशा के बल्लेबाज संघर्ष करते नजर आए और 7 विकेट पर 152 रन बनाकर किसी तरह मैच को ड्रॉ कराने में सफल रहे।

टेस्ट क्रिकेट के लिए आदर्श बल्लेबाज हैं Hanuma Vihari

हनुमा विहारी (Hanuma Vihari) की यह पारी यह साबित करती है कि वह टेस्ट क्रिकेट के लिए कितने उपयुक्त बल्लेबाज हैं। उनकी तकनीक और संयम उन्हें एक भरोसेमंद खिलाड़ी बनाते हैं। इस तिहरे शतक से आंध्रा को मजबूती मिली, साथ ही उन्होंने अपने आलोचकों को भी करारा जवाब दिया।

इस पारी के बाद क्रिकेट जगत में हनुमा विहारी (Hanuma Vihari) की जमकर तारीफ हुई। यह पारी रणजी ट्रॉफी के इतिहास में एक यादगार प्रदर्शन के रूप में दर्ज हो चुकी है। उन्होंने अपनी इस पारी की बदौलत न केवल अपनी टीम को मजबूती दिलाई, बल्कि टीम इंडिया के लिए दरवाजे खोले।

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