IND vs AUS: भारतीय क्रिकेट टीम को इस महीने ऑस्ट्रेलिया दौरे पर जाना है, जहां दोनों टीमों (IND vs AUS) के बीच तीन मैचों की वनडे और पांच मैच की टी20 सीरीज खेली जानी है। इस दौरे के बीसीसीआई ने भारतीय स्क्वाड का ऐलान कर दिया है। ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए जब टीम इंडिया का चयन हुआ, तब कई दिग्गज फैंस और क्रिकेट विशेषज्ञों की नजरें इस बात पर थीं कि किन डिजर्विंग खिलाड़ियों को मौका मिलेगा। लेकिन जब अंतिम स्क्वाड सामने आया, तो कई नामों की गैर-मौजूदगी ने हर किसी को चौंका दिया।
माना जा रहा है कि कोच गौतम गंभीर की रणनीति और उनकी “अपनी प्लानिंग” के चलते कई खिलाड़ियों को नजरअंदाज कर दिया गया। आइए जानते हैं वे 5 खिलाड़ी जो इस दौरे के हकदार थे, मगर कोच गंभीर की कूटनीति का शिकार बन गए।
IND vs AUS: ऑस्ट्रेलिया दौरे पर जाना डिजर्व करते थे ये 5 खिलाड़ी

1.यशस्वी जायसवाल
यशस्वी जायसवाल भारतीय क्रिकेट के उभरते सितारे हैं। उन्होंने टेस्ट, वनडे और आईपीएल – तीनों प्रारूपों में शानदार प्रदर्शन किया है। पिछले साल वेस्टइंडीज के खिलाफ शतक और इंग्लैंड सीरीज़ में उनकी अर्धशतकीय पारियों ने सभी को प्रभावित किया था।
ऑस्ट्रेलिया (IND vs AUS) जैसी परिस्थितियों में उनका अटैकिंग नेचर और मजबूत तकनीक बेहद कारगर साबित हो सकती थी, लेकिन उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया। कहा जा रहा है कि कोच गंभीर फिलहाल शुभमन गिल को ही एकमात्र ओपनिंग विकल्प के तौर पर देखना चाहते हैं।
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2. रवींद्र जडेजा
भारतीय टीम के सबसे भरोसेमंद ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा का ऑस्ट्रेलिया (IND vs AUS) दौरे से बाहर होना किसी को रास नहीं आया। जडेजा ने पिछले एक दशक से टीम इंडिया के लिए हर भूमिका निभाई है – विकेट निकालना, रन बनाना या मुश्किल हालात में टीम को संभालना।
मगर कोच गंभीर के आने के बाद जडेजा और टीम प्रबंधन के बीच मतभेद की खबरें सामने आईं। माना जा रहा है कि गंभीर नई सोच और नई ऊर्जा वाले खिलाड़ियों को प्राथमिकता देना चाहते हैं। लेकिन जडेजा जैसा खिलाड़ी किसी भी टीम के लिए संतुलन की रीढ़ होता है।
3. ईशान किशन
ईशान किशन भारतीय टीम के लिए एक विस्फोटक ओपनर और शानदार विकेटकीपर रहे हैं। उन्होंने जब भी मौका मिला, अपने आक्रामक अंदाज़ से टीम को तेज़ शुरुआत दिलाई। ऑस्ट्रेलिया (IND vs AUS) में जहां तेज़ रन बनाना ज़रूरी होता है, वहां ईशान की बल्लेबाजी बेहद कारगर साबित हो सकती थी। मगर गंभीर ने उनके बजाय एक युवा विकल्प को मौका दिया। माना जा रहा है कि ईशान की “फ्री माइंडेड” सोच गंभीर की अनुशासनप्रिय कोचिंग फिलॉसफी से मेल नहीं खाती। इसीलिए उन्हें धीरे-धीरे टीम से बाहर किया जा रहा है।
4. वरुण चक्रवर्ती
आईपीएल के दिनों में वरुण चक्रवर्ती को “मिस्ट्री स्पिनर” कहा जाता था। उन्होंने कई बड़े बल्लेबाजों को अपनी स्पिन से चकमा दिया। ऑस्ट्रेलिया (IND vs AUS) की पिचों पर जहां स्पिनरों को थोड़ी मदद मिलती है, वहां वरुण टीम के लिए अहम हथियार साबित हो सकते थे। लेकिन गंभीर और चयन समिति ने उन्हें पूरी तरह नज़रअंदाज कर दिया। उनके अनुभव और विविधता की कमी टीम को खल सकती है।
5. मोहम्मद शमी
मोहम्मद शमी को ऑस्ट्रेलिया (IND vs AUS) की पिचों का माहिर माना जाता है। उनकी गेंदबाजी में स्विंग, स्पीड और सटीकता है। जब-जब भारत ने ऑस्ट्रेलिया को हराया, शमी ने अहम भूमिका निभाई है।
हाल ही में उन्होंने अपनी फिटनेस भी साबित की थी और घरेलू मैचों में शानदार गेंदबाजी की थी, फिर भी उन्हें टीम में जगह नहीं मिली। क्रिकेट जानकारों का मानना है कि गंभीर अपने पसंदीदा तेज़ गेंदबाजों को मौका देना चाहते हैं और इसी कारण शमी जैसे अनुभवी खिलाड़ी को नज़रअंदाज किया गया।
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