भारत और श्रीलंका के बीच खेले गए पहले वनडे मुकाबले में पृथ्वी शॉ भले ही अर्धशतक लगाने से चूक गए, लेकिन अपनी 43 रनों की पारी से ही इस युवा बल्लेबाज ने मेजबान श्रीलंका को बैकफुट पर धकेल दिया था. यही वजह रही कि टीम इंडिया ने 263 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए 5वें ओवर में ही 50 रन बना लिए थे और महज़ 36 ओवरों में ही मैच समाप्त कर दिया. जिसके बाद शॉ को इसी तुफानी पारी के चलते “मैन ऑफ द मैच” भी दिया गया है.
सिर पर गेंद लगने से खो बैठे थे फोक्स
भारत की इस जीत में अहम रोल निभाने वाले पृथ्वी शॉ (Prithvi Shaw) ने टीम को कप्तान शिखर धवन (Shikhar Dhawan) के साथ एक तुफानी शुरूआत दिलाई थी. जिसके लिए उन्हें मैन ऑफ द मैच भी चुना गया है. लंबे अर्से बाद भारत के लिए इस अवॉर्ड को हासिल करने वाले शॉ ने जानिए क्या कहा..
“मैदान पर आते समय राहुल द्रविड़ सर ने मुझे कुछ भी नहीं कहा, मैं बस जब बल्लेबाजी करने गया तो मैनें बस खराब गेंदो का इंतजार किया, क्योंकि मैं चाहता था कि भारत का स्कोरबोर्ड आगे बढ़ता रहे, बाकि पिच काफी अच्छी थी. इस पर पहली पारी भी काफी अच्छी रही लेकिन मुझे लगता है कि दूसरी पारी में यह पिच और भी ज्यादा बेहतर हो गई थी. जिससे हमनें गेंदबाजी को आराम से खेला, मगर हो सकता है कि जब गेंद मेरे सिर पर आकर लगी थी उस दौरान मैं शायद अपना फोकस खो बैठा था.”
श्रीलंका के खिलाफ पृथ्वी शॉ ने खेली तूफानी पारी
इस मैच में शिखर धवन (Shikhar Dhawan) के साथ पारी की शुरुआत करने उतरे पृथ्वी शॉ (Prithvi Shaw) ने भारत को एक तेज शुरुआत दी. शॉ ने सिर्फ 24 गेंदों पर 43 रन ठोक दिए. अपनी इस पारी में शॉ ने 9 चौके लगाए. इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट करीब 180 का रहा. लंबे समय के बाद फिर से टीम में जगह पाने वाले शॉ ने तूफान मचा दिया. हालांकि वो एक अच्छी शुरुआत के बाद भी एक बड़ा स्कोर बनाने में नाकाम रहे.