भारत-चीन टकराव के बीच अब चीन घुटने टेकने की मुद्रा में आ गया है लगभग दो महीने से चला आ रहा ये मामला ठंडा पड़ सकता है लेकिन भारत अभी भी पूरे मामले को हल्के में नहीं ले रहा है, क्योंकि चीन पहले भी पीछे हटने की बात कह चुका था, लेकिन फिर गलवान भारत के 20 जवान शहीद हो गए तब से भारत फूंक-फूंक कर कदम रख रहा है।
धोखे की है पुरानी आदत
भारत-चीन टकराव जब-जब चरम पर पहुंचा है तब-तब अपना कपट सामने रखा है। 1962 में भी चीन पीछे हटने की बात कह कर शांत बैठ गया था, लेकिन तीन महीने उसने भारत पर आक्रमण कर दिया जिसके अंजाम से ने भारत का खूध बहाया था। हाल ही में 6 जून चीन ने पीछे हटने की बात कही लेकिन 15 जून को हमारे 20 जवान हिंसक झड़प में शहीद कर दिए जिसके बाद ये भारत-चीन टकराव बढ़ता चला गया।
नहीं है 1962 का भारत
लेकिन अब स्थितियां बदल चुकी हैं चीन भले ही एक बार फिर पीछे हटने की बात कह रहा हो, लेकिन भारत पूरे मामले को हल्के में लेने को तैयार नहीं है। प्रधनामंत्री नरेंद्र मोदी कई मौकों पर चीन को इशारों में संदेश दे चुके हैं, जिसका असर इस बार चीन के पीछे हटने के बावजूद भारतीय सेना में भी दिख रहा है।
सेना का भारी जमावड़ा
भारत-चीन टकराव में चीन के इतिहास को देखते हुए भारत ने अभी अपनी सेना गलवान से नहीं हटाई है और वहां पेट्रोलिंग भी पूरी फोर्स के साथ हो रही है। भारतीय सेना किसी भी हमले से निपटने के लिए युद्ध स्तर फर तैयार है क्योंकि चीन की फितरत कब पलट जाए ये तो शायद वो भी नहीं जानता और ये भारत के लिए एक बड़ा सबक भी रहा है।
वायुसेना का स्टैंडबाई मोड
एक तरफ जहां भारतीय थल सेना मोर्चे पर डटी है तो भारतीय वायुसेना ने भी नींद को गुडबाय कह रखा है। रात में भी वायुसेना अपने ऑपरेशंस की तैयारी कर रही है जिसके चलते दुश्मनों को हवाई चेतावनी भी मिल रही है कि वो अपनी हद में रहे और अपने इलाके की जद में सिमट कर रहे। भारतीय वायुसेना रात में भी जाग कर चप्पे-चप्पे की निगरानी कर रही है।
सक्षम है भारतीय वायुसेना
#WATCH Indian Air Force (IAF) Apache attack helicopter at a forward airbase near India-China border carrying out night operations. pic.twitter.com/Hr5kJbED4Q
— ANI (@ANI) July 7, 2020
भारत-चीन टकराव के बीच अगर रात में ऑपरेशन हो तो वो चौंका देगा। भारत-चीन सीमा पर तैनात ग्रुप कैप्टन ए राठी ने बताया कि रात में ऑपरेशन से किसी को भी चौंकाया जा सकता है। भारतीय वायुसेना किसी भी वातावरण में अपने आधुनिक प्लेटफार्म और जुझारू जवानों की मदद से किसी भी प्रकार की कार्रवाई के लिए पूरी तरह तैयार है और कभी-भी उड़ान भरने में सक्षम है।
आपको बता दें कि उत्तराखंड के एयरबेस से लेकर पठानकोट और श्रीनगर एयरबेस पर भारतीय सेना के हेलीकॉप्टर चीन सीमा पर निगहबानी कर रहे हैं और लड़ाकू विमान स्टैंडबाई मोड पर है जो जरा सी भी हरकत पर चीन को कभी न भुला पाने वाला सबक सिखा सकते हैं।
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