Hardik Pandya: इंडियन प्रीमियर लीग का अगला सीजन शुरू होने में लगभग सप्ताह का समय बचा है। पहला मुकाबला 22 मार्च को डिफेंडिंग चैंपियन चेन्नई सुपर किंग्स और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के बीच खेला जाएगा। हालांकि, इस सीजन का सबसे बड़ा अपडेट है कि मुंबई इंडियंस ने लगभग एक दशक के बाद रोहित शर्मा (Rohit Sharma) को कप्तानी से हटा दिया है। इस बार हार्दिक पांड्या (Hardik Pandya) नीली जर्सी वाली टीम की अगुवाई करते दिखाई देंगे।
फ्रेंचाइजी के इस फैसले से फैंस काफी नाराज हैं और वे हिटमैन को मुंबई इंडियंस छोड़ने की सलाह दे रहे हैं। लेकिन अगर फैंस की भावनाओं का अलग रख दें, तो मुंबई का यह फैसला कितना सही और कितना गलत है ये समझना थोड़ा मुश्किल हो जाता है। आइये हमारे इस खास आर्टिकल के जरिए इस मामले को विस्तार से समझते हैं।
रोहित शर्मा को कप्तानी से हटाना गलत?
रोहित शर्मा इंडियन प्रीमियर लीग के इतिहास के सबसे सफल कप्तान हैं। एक तरफ रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर, दिल्ली कैपिटल्स, पंजाब किंग्स जैसी टीमें बड़े बड़े खिलाड़ियों के बावजूद आईपीएल का ख़िताब जीतने में सफल नहीं हुई हैं, लेकिन रोहित शर्मा की अगुवाई में मुंबई इंडियंस ने रिकॉर्ड 5 बार ट्रॉफी अपने नाम की है। इसके बावजूद टीम मैनेजमेंट ने पिछले 2 सीजन के प्रदर्शन के आधार पर उन्हें कप्तानी से बर्खास्त कर दिया, जो हिटमैन जैसे खिलाड़ी के लिए बिलकुल भी सही नहीं है।
इतना ही नहीं कुछ मीडिया रिपोर्ट में बताया गया कि रोहित शर्मा को कप्तानी से हटाए जाने की जानकारी सोशल मीडिया के जरिए मिली, जो एक सफल कप्तान के लिए किसी अपमान से कम नहीं है।
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Hardik Pandya को कप्तानी देने में की गयी जल्दबाजी
हार्दिक पांड्या (Hardik Pandya) को मुंबई इंडियंस में शामिल किए जाने तक तो ठीक था, लेकिन उनके लिए रोहित शर्मा को कप्तानी से हटाना जल्दबाजी में लिए गया फैसला प्रतीत होता है। मुंबई इंडियंस को इस मामले में चेन्नई सुपर किंग्स से सीख लेनी चाहिए, जिन्होंने 42 साल के महेंद्र सिंह धोनी को फ्रेंचाइजी की कमान सौंपी है।
रोहित अगले कुछ और सीजन तक मुंबई की कप्तानी कर सकते थे और उसके बाद हार्दिक पांड्या को टीम का कप्तान नियुक्त किया जा सकता था। ऐसे में हार्दिक पांड्या (Hardik Pandya) को फैंस के गुस्से का सामना भी नहीं करना पड़ता और रोहित शर्मा जैसे दिग्गज कप्तान को पूरा सम्मान भी मिलता। इतना ही नहीं खुद हार्दिक के ऊपर इस सीजन अच्छा प्रदर्शन करने का दबाव होगा, अन्यथा उन्हें फैंस के भारी आक्रोश का सामना करना पड़ सकता है।
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