बिहार विभानसभा चुनाव से पहले ही पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने अपनी पार्टी को महागठबंधन से अलग कर लिया है। सियासी ईलाके में ये चर्चा हो रहा है कि जीतन राम मांझी जल्द ही एनडीए में शामिल हो सकते हैं।
आपको बता दें जीतन राम मांझी बिहार की राजनीति में जाना-पहचाना चेहरा है, उनके जाने से महागठबंधन को बड़ा खामियाजा उठाना पड़ सकता है। इतना ही नहीं बिहार के पूर्व सीएम रहे जीतन राम मांझी का विधानसभा की कुछ सीटों पर दबादबा कायम है।
सीएम के चेहरे और सीटों को लेकर बननी थी कमेटी
महागठबंधन में कांग्रेस, विकासशील इंसान पार्टी, राष्ट्रीय लोक समता पार्टी बची है। बताया जा रहा है कि जीतन राम मांझी की पार्टी इन तीनों राजनीतिक दलों के सीएम कैडिडेंट से लेकर सीटों के बंटवारो के लिए को-ऑर्डनेशन कमेटी का गठन करने की मांग कर रही था, लेकिन ये मामला लगातार टाला जा रहा था। आरजेडी की ओर से कमेटी बनाने को लेकर कोई कदम नहीं उठाया जा रहा था।
विधानसभा सीटों को लेकर हुआ था मतभेद
हिन्दुस्तान आवाम मोर्चा, आरएलएसपी और वीआईपी ने सभी से विधानसभा की ज्यादा सीटों को लेकर राष्ट्रीय जनता दल पर दबाव बनाया जा रहा था। इसके बावजूद भी आरजेडी पार्टी वीआईपी10-10 और आरएलएसपी को 20 सीटे देने के लिए राजी नहीं थी। वहीं दूसरी ओर आरजेडी बिहार की 243 विधानसभा सीटों में से 162 सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है।