आठ पुलिसकर्मियों को मौत कि नींद सुलाने वाला दहशतगर्द विकास दुबे के काले कारनामों की जानकारी उसकी पत्नी रिचा दुबे बखूबी जानती थी. इसलिए वह बच्चों के साथ लखनऊ में अलग रहती थी और वहीँ से विकास कि मदद भी करती रहती थी. ताकि उसे या बच्चों पर कोई आंच न आए। हालांकि पर्दे के पीछे रहकर वह विकास का पूरा साथ देती थी। एेसी जानकारी मिली है कि वारदात वाली रात ऋचा दुबे अपने बेटे के साथ बिकरू गांव का घर छोड़ कर भाग गई थी। सूत्रों के अनुसार पुलिस ने घर की तलाश के दौरान उसका मोबाइल फोन बरामद किया है। जिससे जानकारी मिली की फोन विकास के घर में लगे सीसीटीवी से जुड़ा था। पुलिस ने ऋचा के सभी रिश्तेदारों से संपर्क कर लिया है पर वह कहीं नहीं मिली है। इसलिए पति विकास के साथ ऋचा का भी नाम मोस्ट वांटेड की सूची में शामिल कर दिया गया है.
पुलिस से हमेशा विकास दुबे को बचाती आई है रिचा
जब भी पुलिस विकास को घर से गिरफ्तार करती, पत्नी सीसीटीवी कैमरे की रिकार्डिंग सोशल मीडिया पर वायरल कर देती। रिचा के इस कदम से पुलिस भी पीछे हट जाती थी। 2017 में जब एसटीएफ ने विकास को लखनऊ स्थित उसके आवास से पकड़ा था, तो रिचा ने ही उसे बचाया था। पुलिस को इस संबंध में कई साक्ष्य मिले हैं।

रिचा भी अब पुलिस की रडार पर है। रिचा दुबे जिला पंचायत सदस्य है। राजनीति में उसका दबदबा सिर्फ विकास के दम पर है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक वह विकास के अपराधों पर पर्दा डालती आई है। विकास कहां और किस घटना में शामिल है उसे पता रहता था। शक है कि राजनीति में आगे बढ़ने के लिए रिचा पति विकास का साथ देती थी। पुलिस की जांच में खुलासा हुआ है कि बिकरू वाले घर में लगे कैमरो को रिचा ने अपने मोबाइल से कनेक्ट कर रखे हैं।
घर के कैमरे से कनेक्ट कर रखा है मोबाइल
यहां की हर गतिविधि पर वो लखनऊ से नजर रखती थी। जब भी पुलिस घर से पकड़ती वह फुटेज वायरल कर देती थी। पुलिस इन सभी तथ्यों को बारीकी से जांच कर रही है। पुलिस अब विकास और उसके परिवार वालों की संपत्ति का ब्योरा जुटा रही है।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक विकास की अधिकतर संपत्ति, घर, फ्लैट समेत अन्य जायदाद पत्नी के नाम है। ये संपत्ति कई करोड़ की है। पुलिस प्रशासन मिलकर इसका पूरा लेखाजोखा जुटा रहा है।