Karun Nair

Karun Nair: एक-एक बाउंड्री के साथ जब गेंद बाउंड्री पार जा रही थी, तब हर कोई सिर्फ एक ही नाम बोल रहा था-करुण नायर (Karun Nair)। इस दाएं हाथ के बल्लेबाज ने इंग्लैंड के खिलाफ मैदान पर ऐसी तूफानी और संयमित पारी खेली जिसने भारतीय क्रिकेट इतिहास (Indian Cricket History) में एक नई इबारत लिख दी। नायर ने सिर्फ रन ही नहीं बनाए, बल्कि बल्ले से गूंजती आवाज ने बता दिया कि क्लास और टेम्परामेंट आज भी सबसे ऊपर है।

Karun Nair ने जड़ा तिहरा शतक

Karun Nair

दरअसल करुण नायर (Karun Nair) ने चेन्नई में इंग्लैंड के खिलाफ यह तिहरा शतक लगाया था। 16 दिसंबर 2016 से शुरु हुआ यह टेस्ट भारत और इंग्लैंड के बीच सीरीज का पांचवां और आखिरी मुकाबला था।

इस मैच में इंग्लैंड ने पहले बल्लेबाजी करते हुए मोईन अली के शतक (146) और जो रूट के 88 रन की मदद से 477 रन बनाए। जवाब में भारत की पारी का केंद्र बने Karun Nair, जिन्होंने नाबाद 303 रन की ऐतिहासिक पारी खेली। उन्होंने 381 गेंदों पर  32 चौके और 4 छक्के लगाए।

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राहुल चूके, नायर चमके

भारत की पहली पारी में केएल राहुल भी बड़ी पारी की ओर बढ़ रहे थे, लेकिन वह दुर्भाग्यपूर्ण तरीके से 199 पर आउट हो गए। हालांकि करुण नायर ने उस मौके को भुनाया और रिकॉर्ड किताबों में अपना नाम दर्ज करा लिया।

केएल राहुल और करुण नायर के अलावा पार्थिव पटेल (71), अश्विन (67) और जडेजा (51) ने अर्धशतकीय पारी खेल उपयोगी योगदान दिया। इन सभी पारियों ने मिलकर भारत को उसकी टेस्ट इतिहास की सबसे बड़ी पारी तक पहुंचाया।

इंग्लैंड दूसरी पारी में हुआ ढेर

करुण की ऐतिहासिक पारी के दम पर भारत ने 7 विकेट पर 759 रन बनाकर अपनी पारी घोषित की। जवाब में इंग्लैंड दूसरी पारी में सिर्फ 207 रन पर सिमट गया और भारत ने यह मैच एक पारी और 75 रन से जीत लिया।

करुण नायर की यह पारी लंबे समय तक भारतीय क्रिकेट फैंस के दिलों में जिंदा रहेगी। यह सिर्फ एक पारी नहीं थी, बल्कि आत्मविश्वास, धैर्य और तकनीक का बेहतरीन मिश्रण थी। उनकी यह उपलब्धि आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनी रहेगी।

करुण नायर की तिहरी सेंचुरी सिर्फ आंकड़ों का खेल नहीं थी, बल्कि यह उस प्रतिभा की पहचान थी जिसे लंबे समय से नजरअंदाज किया गया। उनकी यह पारी साबित करती है कि मौका मिले तो वह किसी भी बड़े मंच पर कमाल कर सकते हैं।

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