पाकिस्तान में लड़के छुपकर देखते थे श्रीदेवी की फ़िल्में, जानिए क्या थी वजह

मुंबई: बॉलीवुड इंडस्ट्री की महिला सुपरस्टार श्रीदेवी भले ही आज हमारे बीच न हो लेकिन लोग उन्हें और उनकी फिल्मों को नहीं भूल पाते हैं. दिवंगत एक्ट्रेस श्रीदेवी ने अपनी दमदार एक्टिंग और खूबसरती से सभी को अपना दीवाना बना लिया था. वह आज हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन अपने फैंस के दिलों में आज भी ज़िंदा हैं.

पाकिस्तान में लड़के छुपकर देखते थे श्रीदेवी की फ़िल्में, जानिए क्या थी वजह

जानकारी के मुताबिक श्रीदेवी ने फिल्म ‘सोलहवां सावन’ से बॉलीवुड डेब्यू किया था, जो बॉक्सऑफिस पर बुरी तरह फ्लॉप हुई थी, लेकिन इसके बाद एक्ट्रेस ने एक से बढ़कर एक हिट फिल्में दीं, जिसकी वजह से लाखों-करोड़ों लोग उनके दीवाने हो गए थे.

श्रीदेवी की फिल्मों के दीवाने सिर्फ इण्डिया में ही नहीं पाकिस्तान में भी था. जितना यहां के लोगों को उनकी फिल्मों का इन्तजार रहता था. उससे कहीं ज्यादा इंतजार पाकिस्तान के फैंस करते थे. वहीं करियर के शुरुआती दिनों में ही पाकिस्तान में जबरदस्त फैन फॉलोइंग हासिल कर ली थी.

इसी वजह से वहां भी फैंस एक्ट्रेस की हर नई फिल्म के रिलीज होने का इंतजार करते थे, लेकिन पाकिस्तान में लोग श्रीदेवी की फिल्में छिप-छिपकर देखा करते थे, क्योंकि राष्ट्रपति जनरल जिया-उल-हक के शासन काल में पाकिस्तान में भारत की फिल्में देखना जुर्म माना जाता था. यही वजह थी पाकिस्तान के लोग भारत की फ़िल्में नहीं देखते हैं. वहीं अगर वह श्रीदेवी की फ़िल्में देखते पकड़े जाते थे, तो उन्हें सजा भी भुगतनी पड़ती थी.

पाकिस्तान में लड़के छुपकर देखते थे श्रीदेवी की फ़िल्में, जानिए क्या थी वजह

पाकिस्तान में हिंदी फिल्मों को किया गया था बैन

बता दें पाकिस्तान के पूर्व संवाददाता रहे वुसअतुल्लाह ख़ान ने एक खुलासा किया है. उन्होंने अपनी रिपोर्ट में लिखा कि, जब वह करांची यूनिवर्सिटी में पढ़ रहे थे, तब उन्हें एक साल बाद यूनिवर्सिटी के हॉस्टल में कमरा मिल गया था. वह अपने कमरे में श्रीदेवी का पोस्टर लगा रखा था. उन्होंने ये भी बताया कि, पाकिस्तान में भारतीय फिल्में देखना गैरकानूनी था और पकड़े जाने में तीन से छह महीने की सजा सुनाई जाती थी.

पाकिस्तान में लड़के छुपकर देखते थे श्रीदेवी की फ़िल्में, जानिए क्या थी वजह

वहीं वुसअतुल्लाह ने बताया कि सजा मिलने के बाद भी लड़के मानते नहीं थे. वह कैसे ना कैसे करके श्रीदेवी की फिल्में देख ही लेते थे. उन्होंने ये भी बताया कि वह सभी मिलकर पैसे जोड़ते थे और किराए पर वीसीआर लाते थे, जिसमें एक साथ छह फिल्में देखा करते थे. इन छह फिल्मों में तीन फिल्में सिर्फ श्रीदेवी की होती थीं.

पाकिस्तान में लड़के छुपकर देखते थे श्रीदेवी की फ़िल्में, जानिए क्या थी वजह

किराए पर लाते थे वीसीआर, सभी लड़के मिलकर देखते थे श्रीदेवी की फ़िल्में

इतना ही नहीं वुसअतुल्लाह ने ये भी कहा कि वह भी एक दौर था, जब श्रीदेवी की ‘नगीना’, ‘चांदनी’, ‘आखिरी रास्ता’ और ‘मिस्टर इंडिया’ जैसी सुपरहिट फिल्में रिलीज हुई थीं. वुसअतुल्लाह ने ये भी लिखा कि, पाकिस्तान में भारत की फिल्में बैन थीं, लेकिन कॉलेज के लड़के बैन होने के बाद भी श्रीदेवी की फ़िल्में देखते थे. इतना ही नहीं, इस दौरान वह अपने हॉस्टल के हॉल के सभी दरवाजे और खिड़की खोलकर रखते थे, जिससे आवाज बाहर पुलिस चौकी तक जाए. यह उनके विरोध जताने का तरीका था.

एक समारोह में शामिल होने दुबई गईं श्रीदेवी का बाथटब में डूबने से निधन हो गया था. श्रीदेवी की सफलता के पीछे ‘हिम्मतवाला’ फिल्म का सबसे बड़ा हाथ है. हिम्मतवाला फिल्म ने ही श्रीदेवी को घर घर में फेमस किया था.

पाकिस्तान में लड़के छुपकर देखते थे श्रीदेवी की फ़िल्में, जानिए क्या थी वजह

 

"