कहते है प्रेम कभी भी कही भी और किसी से भी हो सकता है इसलिए ये भी कहा जाता है कि प्यार अंधा होता है ऐसे ही एक ऐसी प्रेम कहानी के बारें में बताने जा रहे जो आपको सुनने में किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं लगेगा, लेकिन यह सच है कि एक युवक को एक ऐसी लड़की पसंद आ गयी जो जगह-जगह गली मोहल्लों में जाकर भीख मांग कर अपना गुजारा कर रही थी, और जैसे तैसे अपना पेट भर रही थी
मासूम सा चेहरा इतना भाया कि दिल दे बैठा
एक युवक को उसका मासूम सा चेहरा इतना भाया कि वह इस लड़की को अपना दिल दे बैठा. इसके बाद उसने इस लड़की को प्रपोज़ करने में देर नहीं लगायी. लड़की ने भी सोचा कि चलो अच्छा है कोई तो मिला जिसके साथ रह कर उसके फूटी किस्मत बदलने वाली है.
मंदिर में रचा ली शादी
कुछ समय बाद दोनों ने शादी करने का फैसला किया और गोपालगंज के एक मंदिर में इन्होने शादी रचा ली. दरअसल यह युवक कबाड़ा खरीदने का काम करता है. जिस युवती को इसने प्रपोज़ किया है वह पहले से ही 2 बच्चों कि माँ है, एक बीटा और एक बेटी हैं. आपको बता दें कि एक साल पहले घुमंतू जाति के खानाबदोश लोग आए और उसकी बेटी को अपने साथ लेकर चले गए, लेकिन उन्होंने उस युवती और उसके बेटे को अपने साथ अपने कबीले में चलने से मना कर दिया. इसके बाद वह अपने बच्चे का और अपना पेट भरने के लिए जगह-जगह भीख मांगती और अपना गुजारा करती.
लोगो ने युवक की बहुत प्रशंसा
इस युवक का नाम अशोक कुमार है और युवती का नाम उर्मिला. इन दोनों का कोई रिश्तेदार तो था नहीं, सो इन्होंने सार्वजनिक रूप से सासामुसा गोपालगंज के बाजार में स्थित दुर्गा मंदिर में पुजारी पंचानंद जी की देखरेख में शादी रचाई थी. इस शादी की अनोखी बात ये रही कि इसमें स्थानीय बाजार के कुछ दुकानदार और आसपास रहने वाले लोग शामिल हए थे. सभी लोगों ने इस युवक अशोक कुमार की बहुत प्रशंसा की. वाकई इसने किसी बेसहारा को और जो पहले से ही शादीशुदा थी उसको अपनाकर बड़ा काम किया था.