Mohammed Shami: टीम इंडिया के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी (Mohammed Shami) ने एक साल बाद मैदान पर वापसी करने का निर्णय लिया है। शमी 13 नवंबर को बंगाल के लिए रणजी मैच में खेलेंगे, जो उनकी लंबे समय से प्रतीक्षित वापसी को लेकर एक महत्वपूर्ण कदम है। शमी, जिन्होंने आखिरी बार 2023 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे विश्व कप फाइनल में भारत का प्रतिनिधित्व किया था, अब बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी से पहले भारतीय टीम में अपनी जगह बनाने के लिए तैयार हैं।
मोहम्मद शमी की बड़ी वापसी
विश्व कप 2023 के बाद मोहम्मद शमी (Mohammed Shami) क्रिकेट के मैदान से गायब थे, क्योंकि उन्हें सर्जरी के बाद ठीक होने में समय लगा। इसके बाद शमी ने नेशनल क्रिकेट अकादमी में रिहैब प्रक्रिया पूरी की और अब उनकी वापसी को लेकर सभी उत्साहित हैं। मेडिकल टीम से हरी झंडी मिलने के बाद शमी 13 नवंबर को बंगाल के लिए रणजी मैच में खेलेंगे, जो उनकी वापसी की राह खोलता है।
शमी की वापसी को लेकर पहले कई अटकलें थीं, जिनमें बांग्लादेश और न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में उनका नाम था, लेकिन दोनों बार वह टीम का हिस्सा नहीं बन पाए। अब, रणजी में अपनी वापसी से शमी बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के लिए पूरी तरह तैयार होने की कोशिश करेंगे, जिससे भारतीय टीम के लिए एक मजबूत विकल्प बन सकें।
शमी और मोहम्मद कैफ की जोड़ी की वापसी
बंगाल क्रिकेट टीम को मोहम्मद शमी (Mohammed Shami) की वापसी से बड़ी मजबूती मिल सकती है, खासकर जब टीम के दो प्रमुख गेंदबाज, मुकेश कुमार और आकाशदीप, इन दिनों ऑस्ट्रेलिया में हैं। मुकेश इंडिया A के लिए खेल रहे हैं, जबकि आकाशदीप बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के लिए ऑस्ट्रेलिया रवाना हो चुके हैं। ऐसे में शमी का टीम में लौटना बंगाल के लिए एक महत्वपूर्ण संजीवनी साबित हो सकता है।
इस बीच, शमी के भाई मोहम्मद कैफ भी बंगाल के लिए घरेलू टूर्नामेंट में खेलते हैं, और दोनों भाई एक साथ मैदान पर उतर सकते हैं। दोनों मध्य प्रदेश के खिलाफ बंगाल का प्रतिनिधित्व करने के लिए तैयार हैं, जो टीम के लिए एक बड़ा पल हो सकता है।
बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में शमी की वापसी?
भारतीय टीम के लगभग सभी प्रमुख खिलाड़ी बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के लिए ऑस्ट्रेलिया पहुंच चुके हैं, और 22 नवंबर को पर्थ में पहले टेस्ट मैच के साथ यह रोमांचक सीरीज शुरू होने जा रही है। पांच मैचों की इस टेस्ट सीरीज का आखिरी मुकाबला 3 जनवरी से खेला जाएगा। शमी के टीम इंडिया में मध्य सीरीज के दौरान शामिल होने की पूरी संभावना है, और इससे टीम की तेज गेंदबाजी की ताकत और भी बढ़ सकती है।
शमी और जसप्रीत बुमराह की जोड़ी ऑस्ट्रेलिया में कहर बरपाने के लिए तैयार हो सकती है, जिससे भारतीय गेंदबाजी विभाग और भी मजबूत होगा। भारत के लिए यह सीरीज बेहद अहम है, क्योंकि उन्हें 2025 के विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में जगह बनाने के लिए चार मैच जीतने होंगे। टीम इंडिया के लिए यह सीरीज अब एक “करो या मरो” जैसा संघर्ष बन चुकी है, जिसमें शमी की वापसी टीम की उम्मीदों को नए आयाम दे सकती है।