जी हा,आपने सही पढ़ा मां ही बन गई डायन और अपने छोटे बेटे की मदद से अपने ही अंश को मार डाला. मां के बारे मे कहा जाता है कि, मां की कोई मिसाल नही होती. मां अपने घर और परिवार कि खुशी के लिये अपनी जान पर खेल जाती है. मगर आज हमे ऐसी मां के बारे मे भी जानने को मिलेगा जिसने अंध श्रद्धा मे धूर्त होकर अपने ही बेकसूर बेटे की जान ली.
खास बाते:
- कोलकाता में तंत्र विद्या का अनोखा मामला आया सामने
- मां ने अपने ही बेटे को मार डाला, हत्या कर शरीर को घी-मसाले में भुना
- पुलिस की गिरफ्त मे आरोपी, जांच में लगी पुलिस, रिपोर्ट का इंतेजार
शव को घी, कपूर और मसालों के साथ भूना
दिल दहला देने वाली यह घटना कोलकाता में हुई है। एक पत्थर दिल महिला ने अपने 25 साल के जवान बेटे की निर्दयता से हत्या कर शव को घी, कपूर और मसालों के साथ भून कर हड्डियों को घर की छत पर डाल दिया। पुलिस ने दी जानकारी अनुसार इस निर्दयी महिला ने तंत्र मंत्र के चक्कर में इस घिनौने काम को अंजाम दिया है। फिलहाल फॉरेंसिक रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है।
आरोपी महिला का नाम गीता माहेन सरिया है। आरोपी महिला का कई सालों से अपने पति अनिल के साथ अनबन होने के कारण दोनों अलग रहते हैं। कई दिनों के बीत जाने पर भी जब बड़े बेटे अर्जुन( उम्र 25 साल) से संपर्क नहीं होने पर पिता अनिल के मन में कुछ संदेह हुआ और उन्होने ने अपने बेटे की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। उनके फरियाद लिखने के बाद ही इस घिनौनी घटना का पर्दाफाश हुआ.
पुलिस की गिरफ्त मे आरोपी
कोलकाता पुलिसकर्मियों ने बिधाननगर ईस्ट थाने के एजे ब्लॉक स्थिर दो मंजिलवाले मकान में एक पुरुष की आधी जली हुई हड्डियों के अवशेष हासिल किए। आरोपी गीता और छोटे बेटे विदुर( उम्र 22 साल) कोर्ट में पेश किया गया। घटनास्थल पर छापा मारने पर पुलिस को बड़ी कड़ाही, जले मास्क और खून से सना हुआ एक पत्थर बरामद हुआ, जिससे एक निर्दोष की हत्या को अंजाम दिया गया। शव को जलाने के बाद बची हुई हड्डीयो को तौलिए में लपेट कर छत पर लाया गया।
अपराधियों ने कुबूल किया अपराध
पुलिस के सख्त व्यवहार करने पर आरोपी गीता ने अपना अपराध कबूल कर लिया। उसने पुलिस से कहा कि जलने की बदबू ज्यादा ना आए इस अंदेश से कपूर, घी, मसालों का उपयोग किया था। आरोपी गीता और छोटे बेटे विदुर पर हत्या, षड्यंत्र, आपराधिक साजिश सहित अन्य धाराओं के तहत केस दर्ज हुआ है। कोर्ट ने दोनो आरोपियों के मानसिक स्वास्थ्य जाच करने का आदेश दिया है। पुलिस ने हड्डियों के नमुने को डीएनए टेस्ट के लिए भेजा है और फॉरेन्सिक रिपोर्ट का भी इंतजार हो रहा है।
परिवार को किसी भी तरह की आर्थिक समस्या नहीं थी
मृतक के पिता अनिल काफी टूट गये है, उन्होने ने बताया, ‘मेरे बेटे अर्जुन को हार्ट और न्यूरो से संबंधित कुछ समस्याएं थी। घर आर्थिक परीस्तिथि भी बेहतर थी। मेरा छोटा बेटा ऊटी में पढ़ता है और बेटी को भी उच्च शिक्षा मिल रही है। व्यापार भी बढ़िया चलने के कारण परिवार को किसी तरह की आर्थिक समस्या नहीं है।’