Mustard Oil Price

सरसों तेल की बढ़ती कीमतों ने लोगों के किचन के बजट को बिगाड़ दिया है. विदेशी बाजारों में तेजी के रुख के बीच दिल्ली तेल-तिलहन बाजार में शनिवार को लगभग सभी तेल-तिलहनों के भाव लाभ के साथ बंद हुए. बाजार सूत्रों के अनुसार कल रात शिकॉगो एक्सचेंज में तीन प्रतिशत की तेजी रही जबकि मलेशिया एक्सचेंज बंद रहा. विदेशी बाजारों में आई इस तेजी का स्थानीय कारोबार में तेल-तिलहनों के भाव पर अनुकूल असर हुआ.

उन्होंने कहा कि इस बार सरसों की बिक्री के लिए जिन किसानों ने बाजार समितियों में पंजीकरण कराया था, उन किसानों से सरसों फसल के लगभग तीन साढ़े तीन महीने के बाद पूछताछ की जा रही है कि उन्होंने सरसों को कहां बेचा. बाजार समिति को मंडी शुल्क नहीं मिलने के बाद किसानों से उनकी उपज का अता पता पूछने की कोशिश जारी है.

बिना सरसों दाना कैसे बनेगा सरसों तेल?

Mustard Oil Price: सरसों तेल के दाम में फिर आई भारी गिरावट, जानिए क्या हैं नये दाम

सूत्रों ने कहा कि सोयाबीन रिफाइंड की कमी की स्थिति में आयात के जरिए घरेलू मांग को पूरा किया जा सकता है, लेकिन सरसों दाने की किल्लत को किसी भी तरह से दूर नहीं किया जा सकता है. क्योंकि पूरी दुनिया में सरसों का कोई भी निकल्प नहीं है. विदेशों में मजबूती के अलावा लगभग डेढ़ महीने के बाद घरेलू मांग निकलने से सरसों में सुधार रहा.

अभी भी सरसों तेल में है गिरावट

Mustard Oil Price: सरसों तेल के दाम में फिर आई भारी गिरावट, जानिए क्या हैं नये दाम

  • सरसों तिलहन – 7380 – 7430 (42 प्रतिशत कंडीशन का भाव) रुपये.
  • सरसों तेल दादरी- 14,510 रुपये प्रति क्विंटल.
  • सरसों पक्की घानी- 2,375 -2,425 रुपये प्रति टिन.
  • सरसों कच्ची घानी- 2,475 – 2,585 रुपये प्रति टिन.