विदेशी बाजारों में तेजी के रुख और त्योहारी मांग निकलने से स्थानीय तेल-तिलहन बाजार में सोमवार को सरसों तेल, सोयाबीन, मूंगफली तेल-तिलहन और सीपीओ तेल सहित लगभग सभी खाद्य तेलों के भाव में बढ़ोतरी देखने को मिली. बाजार सूत्रों ने बताया कि मलेशिया एक्सचेंज में 0.2 प्रतिशत की तेजी रही जबकि शिकागो एक्सचेंज में भाव सामान्य बने रहे. विदेशी बाजारों में तेजी से स्थानीय तेल तिलहन कीमतों पर अनुकूल असर हुआ और कीमतों में सुधार हुआ.
सूत्रों ने बताया कि सरसों में किसी अन्य तेल की मिलावट पर रोक थी, वह आगे भी जारी रहेगी. उच्च न्यायालय ने 27 जुलाई तक सुनवाई टाल दी है. यह उपभोक्ताओं के लिए खुशखबरी हो सकती है क्योंकि उन्हें शुद्ध तेल मिलना जारी रहेगा.
इतने रुपये बढ़ गये दाम
पिछले चार दिनों में सरसों पक्की घानी और कच्ची घानी तेल के दाम में क्रमशः 35 रुपये की बढ़ोतरी हुई है. पक्की घानी तेल 16 जुलाई को 2,430 प्रति टिन था, वो अब बढ़कर 2,465 रुपये प्रति टिन हो गया है. वही, सरसों कच्ची घानी- 2,530 से 2,564 रुपये प्रति टिन हुआ है.
बाजार में थोक भाव
- सरसों तिलहन – 7,545 – 7,595 (42 प्रतिशत कंडीशन का भाव) रुपये।
- सरसों तेल दादरी- 15,100 रुपये प्रति क्विंटल.
- सरसों पक्की घानी- 2,465 -2,515 रुपये प्रति टिन.
- सरसों कच्ची घानी- 2,565 – 2,675 रुपये प्रति टिन.