Mustard Oil Price: कोरोना काल में आम आदमी पर बेरोजगारी और महंगाई की दोहरी मार पड़ रही है, जिससे आम जन के घर का बजट पूरी तरह से बिगड़ गया है। ऐसे में लोगों के लिए थोड़ी राहत भरी खबर सामने आई है। बता दें कि वाहन ईंधन के बाद अब सरकार की तरफ से खाद्द तेलों की कीमतों (Mustard Oil Price) में भी कमी की गई है।
सरसों तेल की कीमत में आई कमी
दरअसल, सरकार की तरफ से दी गई राहत में सरसो तेल की कीमतों (Mustard Oil Price) में 30 से 40 रुपए की कटौती की गई है। जो सरसो का तेल अब तक बाजारों में 200 रुपए प्रति लीटर बिक रहा था। वो अब 160 से 170 रुपए प्रति लीटर पर मिलेगा। दिल्ली तेल-तिलहन बाजार में सबसे उच्चतम स्तर पर सरसों के तेल कीमत में 30 से 40 रुपए की कमी आई है।
तेल मिलों को हो रहा भारी नुकसान
इसके अलावा सोयाबीन तेल, सीपीओ, पामोलीन सहित बाकी सभी तेल-तिलहनों के भाव पूर्वस्तर पर बंद हुए। मिली जानकारी के मुताबिक, तेल मिल वालों को सोयाबीन का कारोबार बेपड़ता बैठता है और बाजार में भाव पेराई की लागत से कहीं सस्ता होने से मिलों को पेराई के बाद तेल सस्ते में बेचने को मजबूर होना पड़ता है। यानी मिल वालों, संयंत्रों, आयातकों सभी को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है।
बाजारों में सट्टेबाजी का माहौल
गौरतलब है कि, लगातार बढ़ रही तेल की कीमतों पर अंकुश लगाने और तेल की आपूर्ति को बढ़ाने के लिए भारत सरकार द्वारा शुल्क घटाए गए। लेकिन उसके बाद मलेशिया में तेल के दामों में रिकॉर्डतोड़ वृध्दि कर दी गई है। जबकि शिकॉगो एक्सचेंज में फिलहाल 1.5 प्रतिशत की मजबूती है। सूत्रों ने कहा कि मलेशिया में भारी सट्टेबाजी का माहौल है।