नई दिल्ली: कांग्रेस के नेहरू-गांधी परिवार के खिलाफ सरकारी जांच एजेंसियों का शिकंजा लगातार कसता जा रहा है इसी बीच हरियाणा सरकार ने कांग्रेस के इस मुख्य परिवार पर एक और गाज गिरा दी है और राज्य में नेहरू-गांधी परिवार की संपत्तियों की जांच बिठा दी है और ये आदेश सरकार के ऊपरी अमले से ही आया है।
केंद्र ने लिखा था पत्र
कांग्रेस के नेहरू गांधी परिवार की इस जांच में केंद्र की बड़ी भूमिका है। दरअसल इस जांच के लिए केंद्र की मोदी सरकार द्वारा हरियाणा सरकार को पत्र लिखा गया था जिसके बाद हरियाणा की मनोहर लाल खट्टर सरकार ने बड़ा फैसला सुनाते हुए कांग्रेस के नेहरू गांधी परिवार की संपत्तियों के आदेश जारी कर दिए हैं। जिसकी घोषणा खुद राज्य के मुख्य सचिव ने की है।
क्या है नेहरू-गांधी परिवार पर आरोप
दरअसल 2004 से 14 तक देश में कांग्रेस शासित यूपीए की सरकार थी वही हरियाणा में 2005 से 2014 तक कांग्रेस शासित भूपेंद्र सिंह हुड्डा की सरकार थी। नेहरू-गांधी परिवार पर आरोप ये है कि राज्य और केंद्र में सत्ता होने केंद्र चलते उन्होंने गलत तरीके से संपत्ति या इकट्ठा की हैं जिसके चलते केंद्र सरकार ने राज्य सरकार को नोटिस भेजा था। हालांकि इस मामले में कई जांच पहले से ही चल रही हैं।
मुख्य सचिव ने दिया आदेश
इस मामले में राज्य के मुख्य सचिव केशनी आनंद अरोड़ा ने सरकार की तरफ से आदेश मिलने के बाद शहरी विकास विभाग जांच के लिए आदेश दे दिए हैं। आपको बता दें कि राज्य में पहले से ही नेहरू गांधी परिवार के खिलाफ हरियाणा की कई एजेंसियां अलग-अलग विभागों में जांच कर रही हैं।
जांच के दायरे में नेहरू गांधी परिवार
गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने ही हरियाणा सरकार को इस संपत्ति से जुड़ी जांच करने के लिए पत्र लिखा था। केंद्र की मोदी सरकार कांग्रेस समेत नेहरू गांधी परिवार पर पहले ही भ्रष्टाचार के आरोप लगाती रही है और हाल ही में चीन की कम्युनिस्ट पार्टी द्वारा राजीव गांधी ट्रस्ट में पैसा लिए जाने के मामले में भी केंद्र सरकार जांच कर रही है।
इसके अलावा नेहरू गांधी परिवार पर नेशनल हेराल्ड समेत गांधी परिवार के तीन प्रश्न राजीव गांधी फाउंडेशन, राजीव गांधी चैरिटेबल ट्रस्ट इंदिरा गांधी मेमोरियल ट्रस्ट के चंदे को लेकर भी केंद्र सरकार की ओर से सघन जांच की जा रही है।
एक तरफ जहां मोदी सरकार नेहरू-गांधी परिवार पर भ्रष्टाचार के आरोपों में जांच बैठा रही है तो दूसरी ओर कांग्रेस की तरफ से मोदी सरकार पर हमले बढ़ते जा रहे हैं जिसमें सबसे आगे कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी हैं।