जिस तरीके की कोरोना एक विकराल रूप ले रहा है ,उसको देख कर अच्छों अच्छों को पसीना आ जाए। इसी को देखते हुए इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने एक बार फिर पूरे देश में लॉक डाउन लगाने का फैसला ले लिया है। इसकी जानकारी स्वयं इजरायल के प्रधानमंत्री ने दी। हालाकि कोरोना को खत्म करने के लिए वैक्सीन निर्माण में हर देश अपनी पूरी कोशिश कर रहा है , लेकिन अभी तक कहीं से सफलतापूर्वक परिणाम सुनने को नहीं मिले है।अब देखना ये है कि ये कोरोना का प्रलय पूरे विश्व से कब तक जाती है।
कब तक रहेगा लॉकडाउन
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने इजरायल में तीन सप्ताह का लॉक डाउन करने की घोषणा की है, लेकिन अगर हालात ठीक नहीं हुए तो इस लॉक डाउन के समय को आगे बढ़ाया भी जा सकता है। इस लॉक डाउन के बाद इजरायल दुनिया का पहला ऐसा देश हो बन जाएगा, जहां दूसरी बार लगातार देशव्यापी लाकडाउन लगाया गया है।
प्रधानमंत्री ने दिखाई चिंता
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने अपनी जनता से कहा कि
‘मुझे भारी मन से लॉकडाउन लगाने का फैसला लेना पड़ा। ये वो छुट्टियां नहीं हैं, जिसमें लोग अपनी मर्जी से मस्ती कर सकें। ये छुट्टियां सबको बचाने की लड़ाई है। लोग अपने घरों में, अपने परिवार के साथ रह कर इसका सामना करें। उन्होंने यह भी कहा कि अगर हम नियमों को मानेंगे तो जरूर कोरोना पर विजय हासिल कर सकेंगे।’
इजरायल के मंत्री ने दिया इस्तीफा
कोरोना के बढ़े प्रकोप को बढ़ते हुए देखकर इजरायल के मंत्री ने यहूदी नववर्ष के पहले इस सप्ताह राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन के विरोध में इस्तीफा दे दिया ।इजरायल के स्वास्थ्य मंत्री रहे और अब आवास मंत्री याकोव लित्जमैन को ये लॉकडाउन को फैसला देश के हित में उचित नहीं लग रहा था। उन्होंने इसकी आलोचना करते हुए कहा कि
“इससे लोगों को दिक्कतें हो सकती है। मेंरा दिल उन हज़ारों यहूदियों के साथ है जो साल में एक बार उपासनागृह पर आते हैं और लॉकडाउन के कारण इस बार ऐसा नहीं हो सकेगा”।