Prithvi Shaw: रणजी ट्रॉफी 2025-26 के एलीट ग्रुप बी मुकाबले में महाराष्ट्र की ओर से खेलते हुए युवा सलामी बल्लेबाजी पृथ्वी शॉ (Prithvi Shaw) ने अपने बल्ले से कहर बरपा दिया है। आपको बता दें, सोमवार को चंडीगढ़ के खिलाफ खेलते हुए महाराष्ट्र के सलामी बल्लेबाज पृथ्वी शॉ ने सिर्फ 156 गेंदों में 222 रनों की विस्फोटक पारी खेली है। साथ ही उन्होंने रणजी ट्रॉफी के इतिहास में दूसरा सबसे तेज दोहरा शतक जड़कर नया कीर्तिमान रच दिया है। आइए जानते है शॉ की इस पारी के बारे में विस्तार से
Prithvi Shaw ने खेली 222 रन की तूफानी पारी

टीम इंडिया से बाहर चल रहे पृथ्वी शॉ (Prithvi Shaw) ने कुछ समय पहले ही मुंबई की टीम छोड़कर महाराष्ट्र के लिए घरेलू क्रिकेट खेलने का फैसला लिया था। जिसे अब उन्होंने सही साबित करते हुए चंडीगढ़ के खिलाफ शानदार दोहरा शतक जड़ दिया है। आपको बता दें, रणजी ट्रॉफी 2025-26 के एलीट ग्रुप बी मुकाबले में महाराष्ट्र की टीम अपना दूसरा मुकाबला चंडीगढ़ की टीम के खिलाफ खेल रही है। इस मैच की दूसरी पारी में युवा बल्लेबाज पृथ्वी शॉ ने 156 गेंदों का सामना करते हुए 222 रन कूट डाले है। शॉ की इस तूफानी पारी में 29 चौके और 5 छक्के शामिल है।
🚨 PRITHVI SHAW SMASHED DOUBLE HUNDRED IN RANJI TROPHY FROM JUST 141 BALLS 🤯
– A big statement by Prithvi in Ranji Trophy, time for Resumption in his cricket career. pic.twitter.com/1TA44Sch2l
— Johns. (@CricCrazyJohns) October 27, 2025
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72 गेंदों में जड़ा शतक
पहली पारी में 8 रन बनाकर आउट होने वाले पृथ्वी शॉ ने दूसरी पारी में शुरुआत से ही आक्रामक रुख अपनाया। पहले 10 ओवरों में उन्होंने गेंदबाजों को परखने के बाद गियर बदला और चौकों-छक्कों की बरसात कर दी। शॉ (Prithvi Shaw) ने इस इनिंग में महज 72 गेंदों में अपना शतक पूरा किया, उन्होंने 141 रनों पर डबल सेंचुरी पूरी की। शॉ ने अपनी इस तूफानी पारी से न सिर्फ महाराष्ट्र की टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचाया बल्कि चंडीगढ़ के गेंदबाजों की कमर भी तोड़ दी।
लंबे समय से टीम इंडिया से है दूर
आपको बता दें, पृथ्वी शॉ (Prithvi Shaw) बीते चार सालों से टीम इंडिया से बाहर चल रहे है, उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में भारत के लिए साल 2021 में श्रीलंका के खिलाफ आखिरी मैच खेला था। इसके बाद लगातार खराब फॉर्म और फिटनेस की वजह से उन्हें भारतीय टीम से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया था।
हालात तब और बिगड़ने लगे जब आईपीएल 2025 के दौरान शॉ अनसोल्ड रह गए। उस समय ऐसा लगने लगा मानो उनका करियर लगभग खत्म हो गया है। लेकिन तमाम मुश्किलों के बावजूद शॉ ने हार नहीं मानी और रणजी ट्रॉफी 2025-26 में शानदार वापसी करते हुए 222 रनों की ऐतिहासिक पारी खेली। अपने इस धमाकेदार प्रदर्शन के साथ शॉ ने इस बात का संकेत दे दिया है कि वह भारतीय टीम में अपनी जगह वापस पाने के लिए अब पूरी तरफ तैयार है।
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