कानपूर : बिठूर के विकरू गांव में देर रात बदमाशों की पुलिस मुठभेड़ में 8 पुलिसकर्मी शहीद हो गए। इस घटना के बाद प्रदेश में सरकार पर सियासी वार होने शुरू हो गए हैं। सरकार को विपक्षी पार्टियों ने कठघरे में खड़ा किया है और कहा है कि इस घटना की जिम्मेदारी योगी सरकार की ही है। उन्हीं के राज में प्रदेश के अंदर गुंडाराज चरम पर है और समाज के रखवाले ही गुंडाराज का शिकार हो रहे हैं। लेकिन इस मामले में नया मोड़ तब आ गया जब हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे की पत्नी का एक पोस्टर सामने आया, विकास दुबे की पत्नी रिचा दुबे बिकरू से चुनाव लड़ चुकी है।
समाजवादी पार्टी से लड़ चुकी हैं चुनाव –
इस घटना के बाद से हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे फरार है। समाजवादी पार्टी इस वक्त सरकार को घेर रही है, लेकिन विकास दुबे की पत्नी रिचा दुबे का एक पोस्टर में सामने आया है, ये पोस्टर उस वक्त का है, जब ऋचा दुबे घिमऊ से जिला पंचायत सदस्य का चुनाव लड़ रही थीं। जिला पंचायत सदस्य पद की दावेदार ऋचा दुबे को उस वक्त समाजवादी पार्टी का समर्थन प्राप्त था और ऋचा दुबे उस समय पार्टी के झंडे के नीचे बिकरू से चुनाव लड़ चुकी हैं।
कानून मंत्री बृजेश पाठक ने दिया जवाब –
इस घटना से विपक्षी पार्टियां लगातार योगी सरकार पर निशाना साध रही है। इस घटना पर राजनीतिक बयान देने को लेकर कानून मंत्री बृजेश पाठक ने विपक्षी पार्टियों को जवाब दिया है। उन्होंने कहा है कि जो लोग इस मामले के बीजेपी से अपराधियों की गठजोड़ की बात कह रहे हैं, कनेक्शन उन्हीं का निकलेगा।
उन्होंने कहा कि एसपी के DNA में ही अपराध है। पुलिस कर्मियों की शहादत बेकार नहीं जाएगी, इस बार अपराधी का कोई भी कनेक्शन क्यों न हो, वो बच नहीं पाएगा।
कानून मंत्री ने ये भी कहा कि पूरे मामले की जांच होगी। रेड में गए पुलिस वालों की कम संख्या पर भी, और अगर इसमें किसी स्तर पर कोई कमी हुई है, तो उस पर भी जांच की जाएगी।