Rohan Jaitley:भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के सचिव पद पर रोहन जेटली के नाम पर मुहर लग सकती है। नवंबर में जय शाह के BCCI सचिव पद से हटने की स्थिति में ऐसा होगा। इस साल अगस्त में शाह को निर्विरोध नया ICC चेयरमैन चुना गया था। वर्तमान चेयरमैन ग्रेग बार्कले की जगह जय शाह 1 दिसंबर से ICC प्रमुख का पदभार संभालेंगे। आपको बता दें, जय शाह ICC चेयरमैन चुने जाने वाले सबसे कम उम्र के व्यक्ति हैं।
कौन है रोहन जेटली
जय शाह के आईसीसी चेयरमैन बनने तक नए BCCI सचिव की तलाश करनी होगी। इस पद के लिए रोहन का नाम सबसे आगे है।आपको बता दें, रोहन पूर्व केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता स्वर्गीय अरुण जेटली के बेटे हैं। उन्हें इस पद के लिए चुने जाने की खबरें आ रही हैं। पूर्व BCCI और ICC अध्यक्ष जगमोहन डालमिया के बेटे अभिषेक डालमिया भी इस पद की दौड़ शामिल है। पहले अभिषेक बंगाल क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष थे। लेकिन, फिलहाल रोहन को प्राथमिकता दी जा रही है।
BCCI के रह चुके है उपाध्यक्ष
फिलहाल रोहन दिल्ली और जिला क्रिकेट एसोसिएशन (DDCA) के अध्यक्ष है। चार साल पहले रोहन क्रिकेट प्रशासन में आए थे। इसके बाद उन्हें DDCA का अध्यक्ष नियुक्त किया गया। 14 साल तक अरुण जेटली इस पद पर रहे। रोहन के अध्यक्ष रहते हुए ही उनके पिता के नाम पर बने दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में एकदिवसीय विश्व कप के पांच मैच खेले गए। रोहन BCCI के उपाध्यक्ष भी रह चुके हैं।
अब जय शाह की बात करें तो भारत की ओर से ICC चेयरमैन बनने वाले वे तीसरे व्यक्ति हैं. 2014 से 2015 तक एन श्रीनिवासन और 2015 से 2020 तक शशांक मनोहर इस पद पर रहे। ICC अध्यक्ष पद पर भी दो भारतीय रहे हैं। जगमोहन डालमिया (1997 से 2000 तक) और शरद पवार (2010 से 2012 तक) अध्यक्ष रहे।
दिल्ली के खिलाड़ियों को मिलेगा मौका
उनके नेतृत्व में दिल्ली के खिलाड़ियों के लिए राष्ट्रीय स्तर पर अधिक अवसर मिलने की उम्मीद जताई जा रही है। दिल्ली के क्रिकेट खिलाड़ी लंबे समय से इस बात की शिकायत कर रहे थे कि उन्हें भारतीय टीम में कम मौके मिल रहे हैं। रोहन जेटली के BCCI में चेयरमैन बनने से दिल्ली के खिलाड़ियों को ज्यादा प्राथमिकता और उचित मार्गदर्शन मिलने की संभावना बढ़ गई है, जिससे उन्हें भारतीय टीम में जगह बनाने का बेहतर अवसर मिल सकता है।
रोहन, जो दिल्ली और जिला क्रिकेट संघ (DDCA) के भी अध्यक्ष रह चुके हैं, अब अपने अनुभव का उपयोग कर सकते हैं ताकि दिल्ली के युवा प्रतिभावान खिलाड़ियों को उचित अवसर और मंच मिल सके।