Kohli: भारतीय टीम इन दिनों ऑस्ट्रेलिया दौरे पर है, जहां वह मेजबान टीम के साथ तीन मैचों की वनडे सीरीज खेल रही है। इस सीरीज के बीच विराट कोहली ने ऑस्ट्रेलिया की धरती पर तहलका मचा दिया है। एडिलेड में खेले गए एक मैच में किंग कोहली (Kohli) ने तूफानी अंदाज में बल्लेबाजी करते हुए जबरदस्त 104 रन का शतक जड़ दिया है। तो आइए जानते है किंग कोहली की इस यादगार पारी के बारे में विस्तार से…..
किंग Kohli ने ठोका जबरदस्त शतक

दरअसल हम विराट कोहली की जिस तूफानी पारी की बात कर रहे है, वो उन्होंने साल 2019 में एडिलेड के मैदान में खेली थी। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेले गए दूसरे वनडे मैच में कोहली (Kohli) ने एक ऐसी यादगार पारी खेली जिसने पूरे क्रिकेट जगत को रोमांचित कर दिया। इस मैच में कंगारू टीम ने पहले बल्लेबाजी करते भी भारत के सामने 299 रन का कठिन लक्ष्य दिया था, लेकिन कोहली की कप्तानी पारी ने इस चुनौती को आसान बना दिया। उन्होंने 112 गेंदों में 104 रन ठोके, जिसमें 5 चौके और 2 छक्के शामिल थे। उनके बल्ले से निकले शॉट्स ने कंगारू गेंदबाजों के पसीने छुड़ा दिए।
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कुछ ऐसा रहा मैच का हाल
पहले बल्लेबाजी करते हुए कंगारू टीम के शॉन मार्श ने शानदार 131 रनों की पारी खेली और ऑस्ट्रेलिया ने 50 ओवरों में 298 रन का मजबूत स्कोर खड़ा किया। भारत के लिए भुवनेश्वर कुमार ने सबसे किफायती और असरदार गेंदबाजी की, उन्होंने 10 ओवर में 45 रन देकर 4 विकेट हासिल किए। जसप्रीत बुमराह ने भी 2 विकेट झटके और डेथ ओवरों में ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को खुलकर खेलने का मौका नहीं दिया।
लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारत की शुरुआत साधारण रही। भारत की सलामी जोड़ी शिखर धवन (32) और रोहित शर्मा (43) ने अच्छी शुरुआत दी, लेकिन टीम को मजबूत पकड़ देने की जिम्मेदारी कप्तान कोहली (Kohli) ने संभाली। उन्होंने मैदान पर उतरते ही अपनी क्लास दिखाई। पहले उन्होंने स्ट्राइक रोटेट की, फिर धीरे-धीरे अपनी लय में आए और शानदार कवर ड्राइव्स व पुल शॉट्स से दर्शकों का दिल जीत लिया। उनका हर शॉट क्रिकेट की किताब जैसा परफेक्ट नजर आ रहा था।
किंग कोहली का साथ अंबाती रायडू ने बखूबी दिया, लेकिन असली साझेदारी तब देखने को मिली जब महेंद्र सिंह धोनी मैदान पर उतरे। दोनों दिग्गजों के बीच चौथे विकेट के लिए 82 रन की साझेदारी हुई। यह साझेदारी मैच का टर्निंग पॉइंट साबित हुई। धोनी ने अपने अनुभव का पूरा इस्तेमाल किया और रन चेज़ को संतुलित बनाए रखा। कोहली जब शतक पूरा कर आउट हुए, तब भारत की जीत का रास्ता लगभग साफ हो चुका था।
अंतिम ओवरों में धोनी और दिनेश कार्तिक ने जिम्मेदारी संभाली। धोनी ने नाबाद 55 रन बनाए और कार्तिक ने 25 रन की तेज़ पारी खेली। दोनों ने मिलकर भारत को 49.2 ओवर में जीत दिलाई। यह मुकाबला भारत ने 6 विकेट से जीता और सीरीज को 1-1 से बराबर कर दिया। कोहली को उनके शानदार शतक के लिए ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ चुना गया।
करियर का यादगार शतक
यह शतक कोहली के करियर के सबसे यादगार शतकों में से एक माना गया है, खासकर इसलिए क्योंकि यह विदेशी धरती पर दबाव की स्थिति में आया था। एडिलेड का यह मैदान कोहली (Kohli) के लिए हमेशा से खास रहा है, यहां उन्होंने कई बार अपने बल्ले से कमाल दिखाया है। उनकी इस पारी ने साबित कर दिया कि उन्हें यूं ही “रनमशीन कोहली” नहीं कहा जाता।
इस जीत से भारत ने न केवल सीरीज में वापसी की बल्कि टीम का आत्मविश्वास भी बढ़ा। कोहली की कप्तानी और धोनी का फिनिशिंग टच भारतीय क्रिकेट के लिए एक आदर्श मिसाल बनी। एडिलेड की यह जीत भारतीय क्रिकेट इतिहास में उस सुनहरे अध्याय के रूप में याद की जाएगी, जब कप्तान कोहली ने एक बार फिर दिखाया कि वह बड़े मौकों पर टीम के सबसे भरोसेमंद खिलाड़ी हैं।
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