Ruturaj Gaikwad: भारत और न्यूजीलैंड सीरीज के बीच रणजी ट्रॉफी का रोमांच जारी है। इस सीरीज में जगह पाने के लिए कई धाकड़ खिलाड़ी अपनी दावेदारी पेश कर रहे है। ऐसा ही एक नाम है रुतुराज गायकवाड़ (Ruturaj Gaikwad), जो रणजी ट्रॉफी में महाराष्ट्र की कमान संभाले हुए है। इस टूर्नामेंट में मुंबई और महाराष्ट्र की टीमें आमने सामने हैं। दूसरी पारी में महाराष्ट्र के कप्तान रुतुराज ने ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करते हुए शतक जड़ दिया है। अब ऐसे में न्यूजीलैंड के खिलाफ पुणे टेस्ट में रुतुराज की टीम इंडिया में एंट्री पक्की मानी जा रही है।
Ruturaj Gaikwad ने 87 गेंदों में जड़ा शतक
महाराष्ट्र टीम के कप्तान रुतुराज गायकवाड़ (Ruturaj Gaikwad) ने इस मुकाबले में एक कप्तानी पारी खेली है। वह मैच की दूसरी पारी में शतक लगाने में कामयाब रहे। खास बात ये रही कि उन्होंने सिर्फ 87 गेंदों पर अपना शतक पूरा किया। इस दौरान उनके बल्ले से 14 चौके और 2 छक्के देखने को मिले। उन्हें मुंबई के गेंदबाजों की जमकर क्लास लगाई और अपनी टीम की मुकाबले में वापसी करवाई। उन्होंने लगभग 115 के स्ट्राइक रेट से रन बनाते हुए शतक जड़ा जो रेड बॉल क्रिकेट में काफी कम देखने को मिलता है।
Ruturaj Gaikwad ने फर्स्ट क्लास का जड़ा 7वां शतक
बता दें, रुतुराज गायकवाड़ (Ruturaj Gaikwad) ने इस मुकाबले की पहली बारी में ओपनिंग की जिम्मेदारी संभाली थी। लेकिन वह सिर्फ 2 गेंद ही खेल सके थे और बिना खाता खोले पवेलियन लौट गए थे। इस बाद उन्होंने तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करने का फैसला किया और शानदार शतक जड़ा। ये रुतुराज गायकवाड़ के फर्स्ट क्लास करियर का 7वां शतक है। इसके अलावा वह लिस्ट ए में भी 15 शतक लगा चुके है। वहीं, इंटरनेशनल क्रिकेट में उनके नाम एक शतक दर्ज है, जो उन्होंने टी20I फॉर्मेट में लगाया था।
ऑस्ट्रेलिया दौरे पर संभाल सकते है टीम की कमान
22 नवंबर से भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच पांच मैचों की टेस्ट सीरीज खेली जाएगी। इस सीरीज के शुरू होने से पहले भारतीय ए टीम ऑस्ट्रेलिया का दौरा करेगी। माना जा रहा है कि इस दौरे के लिए इंडिया ए की कप्तानी रुतुराज गायकवाड़ को मिल सकती है.
इसके अलावा रुतुराज गायकवाड़ (Ruturaj Gaikwad) को ऑस्ट्रेलिया सीरीज के लिए बैक-अप ओपनर के दौर पर भी टीम इंडिया में शामिल किया जा सकता है। दरअसल, टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के पहले दो मैच मिस कर सकते हैं। ऐसे में रुतुराज गायकवाड़ के पास एक बड़ा मौका रहने वाला है।