Samsung ने कुछ दिनोें पहले ही मार्केट में अपनी फ्लैगशिप सीरीज Galaxy S22 सीरीज को लांच किया था. इस सीरीज के तहत 3 स्मार्टफोन देखने को मिलते है. सीरीज को स्नैपड्रैगन 8 जेन 1 चिपसेट के साथ पेश किया गया है. लेटेस्ट चिपसेट होने की वजह से फोन से पावरफुल परफॉरमेंस की उम्मीद की जा रही है.
आज सामने आई एक नई रिपोर्ट के अनुसार सैमसंग पर गेमिंग/एप्लीकेशन परफॉरमेंस को स्लो करने का आरोप लगाया गया है. सैमसंग के कुछ यूजर्स ने Galaxy S22 सीरीज पर परफॉरमेंस को लिमिट करने का आरोप लगाया गया है.
Samsung created an app called GOS and used the app to limit game performance, making the gaming experience worse. However, according to what the Korean community found out today, Samsung confirmed that it has put performance limits on more than 10,000 apps… pic.twitter.com/U58AreZZoo
— 한가련 (@GaryeonHan) March 2, 2022
Samsung ने किया परफॉरमेंस स्लो?
हाल ही में ट्विटर यूजर ने साफ़ तौर पर कहा है की Samsung की GOS सर्विस 10,000 ऐप्स की परफॉर्मेंस पर असर डाल रही है. इस लिस्ट में गूगल की कुछ ऐप भी शामिल है. हम बता दें की यह परफॉरमेंस लिमिट गेम्स के अलावा एप्लीकेशनों के लिए भी किया जा रहा है.
सैमसंग ने GOS (गेम ऑप्टिमाइजिंग सर्विस) को कुछ गेम्स और ऐप्स की परफॉर्मेंस को सीमित रखने के लिए डेवलप किया है, ताकि स्मार्टफोन को ओवरहीटिंग और थ्रॉटलिंग संबंधित समस्याओं से बचाया जा सके. पर अब ऐसा दावा किया जा रहा है कि यह सर्विस कुछ चुनिंद गेम्स और ऐप्स तक सीमित नहीं है.
इसके खास बात यही है की यह सर्विस गीकबेंच जैसे स्कोर एप्लीकेशन पर परफॉरमेंस को लिमिट नहीं करती है यानि की आपको इन एप्प के जरिये सही स्कोर प्राप्त नहीं होता है जो अपनी डिवाइस को बेहतर बनाये रखने के लिए एक गलत कदम भी कहा जा सकता है.
कंपनी ने अभी कोई आधिकारिक रूप से बयान जारी नहीं किया है लेकिन रिपोर्ट्स के अनुसार Samsung इस GOS मुद्दे की जांच कर रही है और इसे Galaxy Note 7 मुद्दे की तरह ही गंभीरता से लेने का वादा कर रही है और उसके बाद इस समस्या का सलूशन भी देने का वादा कर रही है.
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