Sanju Samson: टीम इंडिया के विकेटकीपर बल्लेबाज संजू सैमसन (Sanju Samson) का करियर ज्यादा लंबा रहा है। हालांकि उन्होंने अपना डेब्यू साल 2015 में ही कर लिया था, मगर उनके प्रदर्शन में अनिरंतरता के चलते सेलेक्टर्स उन्हें टीम में अंदर-बाहर करते रहे हैं। पिछले दिनों जब बीसीसीआई (BCCI) ने साउथ अफ्रीका दौरे के लिए भारतीय टीम का ऐलान किया, तो एकदिवसीय स्क्वॉड में संजू का भी नाम शामिल था। हाल ही में विजय हजारे ट्रॉफी (Vijay Hazare Trophy 2023) में उन्होंने एक कमाल की पारी खेलकर चयनकर्ताओं के विश्वास को सही ठहराने का काम किया है।
Sanju Samson ने विजय हजारे ट्रॉफी में खेली आतिशी पारी

संजू सैमसन (Sanju Samson) उन चुनिंदा खिलाड़ियों में से एक हैं जिन्हें टैलेंटेड होने के बावजूद भारतीय टीम में अधिक मौके नहीं मिले। उनके क्रिकेट करियर पर नजर डालें तो इस 29 वर्षीय खिलाड़ी ने भारत की तरफ से 13 वनडे व 24 टी20 मुकाबले खेले हैं। वनडे में उन्होंने 55.71 की औसत से 390 रन, तो वहीं टी20 में 374 रन बनाए हैं। उन्होंने अपना आखिरी अंतराष्ट्रीय मैच इसी साल वेस्टइंडीज के खिलाफ खेला था। उसके बाद अब जाके उन्हें अगले महीने साउथ अफ्रीका के खिलाफ तीन वनडे मैचों की सीरीज के लिए टीम में चुना गया है। हालांकि उससे पूर्व संजू (Sanju Samson) ने विजय हजारे ट्रॉफी में अपने बल्ले से धमाल मचाते हुए केवल 13 गेंदों में 35 रन ठोके दिए। उनकी पारी को लेकर काफी चर्चाएं हो रही हैं।
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अपनी टीम को Sanju Samson ने दिलाई जीत
विजय हजारे ट्रॉफी में रविवार 3 दिसंबर को केरल और पुद्दुचेरी के बीच मुकाबला खेला गया। इस मैच की अगर बात करें तो केरल की टीम ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी चुनी। पहले खेलते हुए पुद्दुचेरी की टीम 32.3 ओवर में महज 116 रन बनाकर सिमट गई। केरल की तरफ से अखिल सकारिया ने सबसे अधिक तीन विकेट चटकाए। इस छोटे से लक्ष्य के जवाब में केरल की टीम ने 19.5 ओवर के भीतर ही 4 विकेट खोकर इस लक्ष्य को हासिल कर लिया। इसका श्रेय कप्तान संजू सैमसन (Sanju Samson) को जाता है जिन्होंने 13 गेंदों में 35 रन ठोककर अपनी टीम को एक आसान जीत दिला दी।