कोरोना महामारी के कारण पिछले साल से ही पूरी दुनिया काफी परेशान है। लोगों को कोरोना वैक्सीन का भी बेसब्री से इंतजार था। पूरे देश भर में कोरोना महामारी संक्रमण को खत्म करने के लिए टीकाकरण अभियान शुरू हो चुका है। शनिवार के दिन गुरुग्राम में भी कई केंद्रों में इस टीकाकरण की शुरुआत की गई। वही गुरुग्राम में कोवैक्सीन लगवाने वाली दो महिलाओं की तबीयत बिगड़ गई। इन महिलाओं को सांस लेने में दिक्कत होने लगी, जिस के बाद तुरंत डॉक्टरों की टीम बुलवाकर उनका इलाज शुरू किया गया।
इलाज के बाद महिलाओं की तबीयत में हुआ सुधार
खबरों के मुताबिक, डीपीएसजी पालक विहार गुरुग्राम के टीकाकरण केंद्र में को वैक्सीन लगवाने के बाद एक आशा कार्यकर्ता और एक आंगनवाड़ी की कार्यकर्ता दोनों की तबीयत खराब हो गई। ऑब्जरवेशन के दौरान डॉक्टरों की टीम बुलवा कर दोनों महिलाओं का इलाज शुरू किया गया। इस के बाद अब दोनो महिलाओं की तबीयत में सुधार आ चुका है। जिस केंद्र पर कोवैक्सीन का ट्रायल चल रहा था, वहां पर जितने भी लोगों को टीकाकरण हुआ उन से पहले से सहमति पत्र भी भरवाया गया था।
टीकाकरण अभियान से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया संबोधित
शनिवार के दिन कोविड-19 के खिलाफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने टीकाकरण अभियान की शुरुआत की। वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से उन्होंने कहा कि,
” वैज्ञानिकों और विशेषज्ञों के ‘मेड इन इंडिया’ इन टिको की सुरक्षा के प्रति पहले ही आश्वस्त होने पर इसके उपयोग की अनुमति मिली है। पूरे विश्व भर में यह टीकाकरण अभियान सबसे बड़ा है, जो कि भारत की सामर्थ्य को दर्शा रहा है”।
यह अभियान छह केंद्रों में चलाया जा रहा था। कोविशील्ड वैक्सीन लगाने के बाद कोई भी परेशानी की बात सामने नहीं आई। स्वास्थ्य विभाग की तरफ से चौमा स्थित डीपीएसजी स्कूल में टीकाकरण किया गया। कोवैक्सीन की खुराक देने से पहले ही सभी स्वास्थ्य कर्मियों से सहमति पत्र भरवा लिया गया था, जिसके बाद ही यह अभियान शुरु किया गया।