Suryakumar Yadav: टीम इंडिया इंग्लैंड के खिलाफ 5 मैचों की टी20 सीरीज खेल रही है। इस श्रृंखला के पहले दो मैच भारत ने जीते, जबकि तीसरे टी20 में अंग्रेजों से वापसी करते हुए शानदार जीत हासिल की। मगर इसी बीच कप्तान सूर्यकुमार यादव (Suryakumar Yadav) का एक फैसला चर्चाओं में आ गया है। उनके ऊपर एक खूंखार भारतीय तेज गेंबबाज का करियर खत्म करने के आरोप लगाए जा रहे हैं। आइये आपको इस मामले की विस्तार से जानकारी देते हैं।
इस गेंदबाज के पीछे पड़े सूर्या
दरअसल, टीम इंडिया के धाकड़ तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी लम्बे अरसे के बाद इंटरनेशनल क्रिकेट खेल रहे हैं। उन्होंने लगभग 14 महीनों के बाद राजकोट में भारतीय जर्सी पहनी थी। मगर यहां उनका प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा। ऐसे में कप्तान सूर्यकुमार यादव (Suryakumar Yadav) और टीम मैनेजमेंट ने उन्हें चौथे टी20 से ड्रॉप कर दिया। उनके स्थान पर एक बार फिरसे अर्शदीप सिंह को प्लेइंग इलेवन में जगह दी गई।
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विकेट नहीं मिला तो कर दिया बाहर
34 साल के मोहम्मद शमी राजकोट टी20 में 140 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ़्तार से गेंदबाजी करते हुए नजर आए, लेकिन उन्हें कोई सफलता हासिल नहीं हुई। उन्होंने 3 ओवर में 25 रन खर्च कर डाले। ऐसे में उन्हें अब प्लेइंग से बाहर कर दिया गया है।
गौरतलब है कि शमी ने वर्ल्ड कप 2023 में भारत के लिए शानदार प्रदर्शन दिखाया था और यही वजह है कि चोट से वापसी करते ही उन्हें टीम इंडिया में शामिल कर लिया गया। मगर लगता है कि कप्तान सूर्यकुमार यादव (Suryakumar Yadav) का एक ही मैच के बाद मोहम्मद शमी से भरोसा उठ गया है।
चैंपियंस ट्रॉफी की स्क्वाड में शामिल
मोहम्मद शमी का लय में लौटना टीम इंडिया के लिए बेहद जरुरी है। वे आगामी आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के लिए भारतीय स्क्वाड में शामिल किए गए हैं और केवल तीन सदस्यीय तेज गेंदबाजी आक्रमण का हिस्सा हैं। बहरहाल उम्मीद है कि अगर सूर्या (Suryakumar Yadav) अगले मैच में भी शमी को मौका नहीं देते हैं, तो भी दाएं हाथ के तेज गेंदबाज को इंग्लैंड के खिलाफ 6 फरवरी से शुरू होने वाली वनडे श्रृंखला में पर्याप्त मौके मिल जाएंगे।
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