भारत में क्रिकेट कितना ज्यादा लोकप्रिय है यह क्रिकेट फैंस (Team India) से बेहतर और कोई नहीं बता सकता, जो अपने पसंदीदा खिलाड़ियों को क्रिकेट खेलते हुए देखने के लिए किसी भी कीमत को चुकाने के लिए तैयार रहते हैं. कई बार यह देखा जाता है कि लाख मेहनत और कोशिश करने के बावजूद भी खिलाड़ी भारत के लिए खेलने के अपने सपने को सरकार नहीं कर पाते हैं.
आज हम ऐसे ही कुछ खिलाड़ियों के बारे में बात कर रहे हैं, जिन्हें भारत छोड़ना पड़ा और यहां से जाकर विदेश में क्रिकेट खेलने का फैसला लिया. कुछ खिलाड़ियों के लिए यह फैसला सही भी साबित हुआ और जिनके करियर को एक नया मोड़ मिला –
Team India: उन्मुक्त चन्द
उन्मुक्त चंद आज किसी पहचान के मोहताज नहीं है जिन्होंने 2010 में भारत की अंडर-19 टीम की अगुवाई की थी जो भारत का भविष्य के रूप में देखे जा रहे थे लेकिन दिन प्रतिदिन घरेलू क्रिकेट में इस खिलाड़ी का प्रदर्शन गिरता गया और नतीजा यह हुआ कि वह यहां से बाहर हो गए. मजबूरी में फिर उन्हें भारत छोड़ना पड़ा और अपने क्रिकेट करियर को बचाने के लिए वह अमेरिका पहुंच गए,
लेकिन उनका यह फैसला पूरी तरह से सही साबित हुआ, जिस दौरान उन्होंने भारतीय टीम से संन्यास लेकर अमेरिका के लिए खेलने का फैसला लिया. उस वक्त उनकी काफी आलोचना हुई जिन्होंने फर्स्ट क्लास के 67 मैचो में 3379 रन बनाए हैं और लिस्ट ए के 120 मैच में 4505 रन है.
दिलप्रीत सिंह बाजवा
दिलप्रीत सिंह बाजवा भी उन खिलाड़ियों में शामिल है जो भारत (Team India) छोड़कर कनाडा के लिए इस वक्त क्रिकेट खेल रहे हैं जिन्होंने कनाडा के लिए 6 वनडे में 74 रन और 12 टी-20 मैचो में 224 रन बनाने का काम किया है. दिलप्रीत सिंह बाजवा ने भारतीय क्रिकेट टीम के लिए मैच खेलने के बजाय और टीम इंडिया के स्क्वाड में अपनी जगह बनाने के लिए मशक्कत करने की बजाय कनाडा जैसी टीम के खिलाफ क्रिकेट खेलने का फैसला ले चुके हैं. कहीं ना कहीं उनके लिए यह फैसला सही भी साबित हुआ जो आज कनाडा क्रिकेट टीम के लिए कमाल का खेल दिखाते नजर आ रहे हैं.
परगट सिंह
परगट सिंह भी इस लिस्ट में शामिल है जिनका जन्म 13 अप्रैल 1992 को पंजाब के रूपनगर में हुआ था. पंजाब के लिए घरेलू क्रिकेट खेलकर इस खिलाड़ी ने अपने करियर की शुरुआत जरूर की जिन्होंने तीनों ही फॉर्मेट के घरेलू टूर्नामेंट में 63 मैच खेलते हुए 1592 रन बनाए लेकिन यहां जब उन्हें टीम इंडिया (Team India) के लिए ज्यादा मौके नहीं मिले तो वह कनाडा चले गए और फिर वहां अपने क्रिकेट करियर का नई सिरे से शुरू शुरुआत की. 2022 में उन्होंने कनाडा के लिए पहला टी-20 मैच खेला जो 18 वनडे और 19 टी-20 माचो में 733 और 312 रन बना चुके है.