Players: टीम इंडिया के तीन खिलाड़ियों (Players) का टेस्ट करियर अब अपने अंतिम पड़ाव पर है, और ये तीनों कभी भी संन्यास का ऐलान कर सकते हैं। कभी भारतीय टीम की सफलता में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले इन तीनों खिलाड़ियों की बढ़ती उम्र और हालिया फॉर्म ने गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
टीम प्रबंधन द्वारा युवाओं को मौका देने की चलन से इन तीनों का संन्यास लेना लगभग तय लग रहा है, आईये जानते हैं कौन हैं ये 3 Players….
1. करुण नायर
करुण नायर ने आठ साल बाद भारतीय टेस्ट टीम में बहुप्रतीक्षित वापसी की, लेकिन इंग्लैंड के खिलाफ उनकी वापसी निराशाजनक रही। चार टेस्ट मैचों में, उन्होंने 25.62 की औसत से सिर्फ़ एक अर्धशतक सहित सिर्फ़ 205 रन बनाए।
2016 में इंग्लैंड के खिलाफ अपने यादगार तिहरे शतक के बावजूद, नायर उस जादू को दोहराने में संघर्ष कर रहे हैं। अपने करियर के 10 टेस्ट मैचों में सिर्फ़ 579 रन बनाने के साथ, लाल गेंद वाले क्रिकेट में उनका भविष्य अंधकारमय नज़र आ रहा है।
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2. शार्दुल ठाकुर
शार्दुल ठाकुर को घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन के बाद टीम में वापसी का मौका मिला है। उन्होंने रणजी ट्रॉफी 2024-25 सीज़न में 505 रन बनाए और 35 विकेट लिए। हालाँकि, इंग्लैंड सीरीज़ में, 33 वर्षीय खिलाड़ी कुछ खास प्रदर्शन नहीं कर पाए।
इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में शार्दुल केवल दो विकेट ही ले पाए और 15 की औसत से 46 रन ही बना पाए। भारत का अगला विदेशी टेस्ट दौरा अभी काफी दूर है, इसलिए शार्दुल का टेस्ट करियर अब खतरे में है।
3. रवींद्र जडेजा
नायर और शार्दुल की अपेक्षा रवींद्र जडेजा का टेस्ट करियर बेहद सफल रहा है। हाल ही में इंग्लैंड सीरीज़ में उन्होंने 503 रन बनाकर शानदार योगदान दिया। कुल मिलाकर, जडेजा ने 80 टेस्ट मैचों में 34.74 की औसत से 3,370 रन बनाए हैं, जिनमें 4 शतक शामिल हैं, और 323 विकेट लिए हैं।
हालांकि रवींद्र जडेजा अब 36 साल के हो गए हैं। और इस बढ़ती उम्र में, फिटनेस एक समस्या बन सकती है। ऐसी अटकलें लगाई जा रही हैं कि आगामी वेस्टइंडीज सीरीज़ उनके शानदार टेस्ट करियर का अंतिम अध्याय साबित हो सकता है।
इन तीनों Players के संन्यास से होगी नए युग की शुरुआत
करुण नायर, शार्दुल ठाकुर और रवींद्र जडेजा, ये तीनों खिलाड़ी (Players) यदि संन्यास लेते हैं तो टीम इंडिया में एक नए युग की शुरुआत होगी और युवा खिलाड़ियों के लिए टीम इंडिया के दरवाजे खुलेंगे, जिससे युवाओं को निखरने का मौका मिलेगा।
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