यूपी के हाथरस में हुए गैंगरेप कांड को लेकर देशभर में सियासी बयानबाजी हो रही है. वही पश्चिम बंगाल में एक बार फिर राज्यपाल जगदीप धनखड़ और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बीच खींचतान बढ़ गई है। राज्यपाल धनखड़ ने सोमवार को सीएम ममता को निशाने पर लिया और उन पर राज्य को ‘पुलिस राज्य‘ बनाने का आरोप लगाया। वही हथरस वाली कांड को लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और उनकी पार्टी ने भी इस घटना को लेकर योगी सरकार को घेरा था. जिसके बाद राज्यपाल ने ममता बनर्जी पर निशाना साधा है।
आरोपों पर बंगाल के गृह विभाग ने दी सफाई
राज्यपाल के आरोपों पर अब बंगाल के गृह विभाग ने सफाई जारी की है. बयान में कहा गया है कि राजभवन की ओर से बंगाल में रेप और किडनैपिंग के जो आंकड़े बताए गए हैं, वो सही नहीं हैं. ये सभी आरोप गलत भावना से लगाए गए हैं.
अपने पैरों के नीचे लगी आग को बुझाया
आपको बता दें कि राज्य के राज्यपाल ने आरोप लगाया था कि इस साल अगस्त में बंगाल में रेप की 223 और किडनैपिंग की 639 घटनाएं हुई हैं. राज्यपाल की ओर से ट्विटर पर जिलानुसार पूरी लिस्ट साझा की गई थी. जिसमें उन्होंने बंगाल में महिलाओं के खिलाफ बढ़ रहे अपराध पर चिंता जताई थी.जगदीप धनखड़ ने अपने ट्वीट में लिखा था कि वक्त है कि पहले अपने पैरों के नीचे लगी आग को बुझाया जाए और लॉ एंड ऑर्डर काबू में लाया जाए. जब बंगाल सरकार की ओर से उनके आरोपों पर जवाब दिया गया तो राज्यपाल ने पलटवार किया और कहा कि ये आंकड़े उनकी ही सरकार के अलग–अलग डिपार्टमेंट ने उन्हें भेजे हैं.
आपको बता दें कि टीएमसी की ओर से हाथरस के मसले को जोर शोर से उठाया जा रहा है, ऐसे में अब राज्यपाल ने बंगाल सरकार के रिकॉर्ड पर ही सवाल खड़े करके इस लड़ाई को और आगे कर दिया है.मुख्यमंत्री ने ममता बनर्जी कहा था कि संकट की इस घड़ी में सत्ता हड़पने की अपनी कोशिशों तेज करने से बाज आने की मैं आपसे विनती करती हूं…आपको सोशल मीडिया पर अपने लगातार ट्वीट में आधिकारिक पत्र/लोगो इस्तेमाल करने से दूर रहना चाहिए।