Cricket

इस वक्त क्रिकेट (Cricket) जगत से एक ऐसी जानकारी सामने आ रही है, जिसने एक अलग ही चर्चा शुरू कर दी है और खेल जगत में अब शोक की लहर फैल गई है. इस वक्त देखा जाए तो दुनिया के कोने-कोने में अलग-अलग स्तर पर क्रिकेट खेला जा रहा है, जिस बीच न्यूजीलैंड के एक दिग्गज खिलाड़ी ने दुनिया को अलविदा कह दिया है.

यह ऐसे खिलाड़ी थे जिनका क्रिकेट जीवन हमेशा याद किया जाएगा. विशेष रूप से उन्होंने अपनी कोचिंग के दौरान न्यूजीलैंड क्रिकेट को जिस तरह से ऐतिहासिक सफलता दिलाते हुए एक नए मुकाम पर पहुंचा वह न्यूजीलैंड की टीम कभी नहीं भूल पाएगी. इसी दिग्गज खिलाड़ी ने न्यूजीलैंड के लिए एक ऐतिहासिक कारनामा किया और टीम को एकमात्र वैश्विक व्हाइट बॉल का खिताब जीतने का काम किया .

Cricket जगत में पसरा मातम

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हम यहां न्यूजीलैंड के जी दिग्गज हस्ती की बात कर रहे हैं वह कोई और नहीं न्यूजीलैंड के पूर्व कोच डेविड ट्रिस्ट है, जिनका गुरुवार को क्राइस्ट चर्च में 77 साल की उम्र में निधन हो गया. दरअसल न्यूजीलैंड क्रिकेट (Cricket) ने इस बात की पुष्टि करते हुए यह जानकारी दी है जिसके बाद क्रिकेट जगत में शोक की लहर फैल गई है. ट्रिस्ट ने कोचिंग में आने से पहले कैडरबरी के लिए 14 साल खेला और उनका कोचिंग सफर कैटरबरी, दक्षिण अफ्रीका, हांगकांग, नीदरलैंड से होकर न्यूजीलैंड पहुंचा था.

स्टीव रिक्शन के बाद न्यूजीलैंड की नेशनल टीम की कोचिंग की जिम्मेदारी उन्होंने 1999 में संभाली थी लेकिन उनका कार्यकाल 2 साल का था, लेकिन इस 2 साल में उन्होंने कुछ ऐसा कर दिखाया जो हमेशा टीम के लिए इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गया. फिलहाल इस दिग्गज के जाने से न्यूजीलैंड क्रिकेट काफी सदमे में है जहां सोशल मीडिया के माध्यम से इस खिलाड़ी के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त की है.

अचानक दुनिया छोड़ गया ये खिलाड़ी

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अचानक न्यूजीलैंड के दिग्गज खिलाड़ी के चले जाने से हर कोई मायूस है क्योंकि क्रिकेट (Cricket) में इस खिलाड़ी का योगदान कभी भी भूला नहीं जा सकता. आपको बता दे कि इस खिलाड़ी का न्यूजीलैंड को साल 2000 की चैंपियंस ट्रॉफी जीताने में बहुत अहम योगदान रहा है. यह आईसीसी ट्रॉफी भी टीम ने ट्रिस्ट की कोचिंग में ही जीती थी.

कैटरबरी के पूर्व तेज गेंदबाज ट्रिस्ट ने अपने 14 साल के करियर में 24 फर्स्ट क्लास मैच और 6 लिस्ट ए मैच में हिस्सा लिया. 1999 से लेकर 2001 तक 2 साल न्यूजीलैंड की पुरुष टीम को कोचिंग दी और 15 अक्टूबर 2000 को नैरोबी में आईसीसी नॉकआउट ट्रॉफी जीती. इन्होंने अपने फर्स्ट क्लास करियर में 57 विकेट लेने का काम किया.

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