Team India: भारतीय टीम का साउथ अफ्रीका दौरा समाप्त हो गया। दो मैचों की टेस्ट सीरीज के दूसरे मुकाबले का परिणाम दूसरे दिन के दूसरे सत्र के दौरान ही आ गया। टीम इंडिया (Team India) ने 7 विकेटों से इस मुकाबले को जीत लिया। इसी के साथ उन्होंने दो मैचों की श्रृंखला को 1-1 से बराबर कर लिया। बता दें कि वह केपटाउन के मैदान पर टेस्ट मैच जीतने वाली एशिया की पहली टीम बनी। हालांकि इस जीत की खुशी के बीच भारतीय फैंस के लिए एक ऐसी खबर आ रही है जो उनके चेहरे पर मातम पसरा देगा। दरअसल भारतीय टीम के आठ क्रिकेटर राष्ट्रीय डोप रोधी एजेंसी (NADA) के रडार में आ गए हैं।
राष्ट्रीय डोप रोधी एजेंसी की निगाह में आए Team India के खिलाड़ी

क्रिकेट जितना चकाचौंध से भरा हुआ है, उसकी पीछे एक काला सच भी छुपा हुआ है। दरअसल इतिहास में कई ऐसी घटनाएं हुईं, जिसने जेंटलमैन गेम कहे जाने वाले इस खेल को बदनाम कर दिया। देश-दुनिया के कई खिलाड़ियों पर घिनौनी हरकतें करने व नियमों का कानून तोड़ने के आरोप लगे। वहीं इसी बीच राष्ट्रीय डोप रोधी एजेंसी (NADA) ने टीम इंडिया (Team India) के आठ क्रिकेटरों पर अपने पंजीकृत परीक्षण पूल (आरटीपी) में शामिल किया गया है। बता दें कि इन खिलाड़ियों में ऋषभ पंत (Rishabh Pant) ईशान किशन और श्रेयस अय्यर का नया नाम जुड़ा है, जबकि सूर्यकुमार यादव, हार्दिक पांड्या, रवींद्र जडेजा, हरमनप्रीत कौर और स्मृति मंधाना का नाम शामिल है।
राष्ट्रीय डोप रोधी एजेंसी की खेल की दुनिया में है महत्वपूर्ण भूमिका

राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी (NADA) को भारत में डोप मुक्त खेलों के लिये एक जनादेश के साथ 24 नवंबर, 2005 को सोसायटी पंजीकरण अधिनियम 1860 के तहत एक पंजीकृत सोसायटी के रूप में स्थापित किया गया था। यह भारत में खेलों में डोपिंग नियंत्रण कार्यक्रम को बढ़ावा, सम्न्यव्य और निगरानी करता है। वर्तमान में रितु सेन नाडा की महानिदेशक हैं। बता दें कि पहली बार एक साथ टीम इंडिया (Team India) के 8 क्रिकेटरों का पंजीकरण हुआ है। यह अपने आप में एक अनोखा रिकॉर्ड दर्ज है।
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