भारतीय टीम इस वक्त चैंपियंस ट्रॉफी (Champions Trophy) खेलती नजर आ रही है, जिसके लिए एक से बढ़कर एक खिलाड़ियों को टीम में मौका दिया गया है. इस बीच टीम में एक ऐसा खिलाड़ी भी मौजूद है जिनके शामिल होने को लेकर काफी ज्यादा सवाल उठ रहे, क्योंकि इस टूर्नामेंट में ही नहीं वह तो टीम इंडिया के किसी भी मुकाबले के लिए जगह पाने के हकदार नहीं है. फिर भी कोच गौतम गंभीर का फेवरेट होने के कारण इस खिलाड़ी को लगातार फायदे मिल रहे हैं.
Champions Trophy में खेलने लायक नहीं ये खिलाड़ी
हम टीम इंडिया के जिस खिलाड़ी की बात कर रहे हैं वह कोई और नहीं केएल राहुल हैं, जो लगातार खराब फॉर्म से जूझ रहे हैं. इसके बावजूद भी उनकी विफलता को देखते हुए उन्हें लगातार भारतीय टीम में जगह मिल रही है. कई बार तो टीम प्रबंधन पर उनका जरूरत से ज्यादा साथ देने का आरोप भी लग चुका है, क्योंकि भारतीय क्रिकेट में इतनी विफलता के बाद भी शायद ही कोई खिलाड़ी इतने लंबे समय तक टीम में बना रहा हो, जो काफी ज्यादा हैरान करने वाला है.
गौतम गंभीर के फेवरेट हैं राहुल
चैंपियंस ट्रॉफी (Champions Trophy) में जब खराब फार्म के बावजूद भी केएल राहुल को मौका दिया गया तो इस पर और भी ज्यादा सवाल उठाया गया क्योंकि एक विकेटकीपर बल्लेबाज के रूप में मैनेजमेंट के पास और भी कई विकल्प थे. मगर जब कोच गौतम गंभीर ने केएल राहुल को फर्स्ट चॉइस विकेटकीपर बताया तो यह साफ समझ जा रहा है कि मैनेजमेंट भरपूर रूप से उन्हें अपना समर्थन दे रहा है और कप्तान उन्हें प्लेइंग 11 में शामिल कर रहे हैं.
यही वजह है कि लगातार खराब बल्लेबाजी और फ्लॉप शो के बावजूद भी टीम मैनेजमेंट का खेल राहुल पर अटूट विश्वास है.
बैटिंग ऑर्डर बदलने का पड़ रहा असर
केएल राहुल की बल्लेबाजी पर लगातार उनके बैटिंग ऑर्डर को बदलने का भी असर पड़ रहा है, क्योंकि मैनेजमेंट उन्हें हर नंबर पर आजमाती रहती है. कभी ओपनर, कभी नंबर चार तो कभी नंबर पांच पर फिनिशर के तौर पर. यही वजह है कि उनके फार्म पर इसका साफ असर पड़ता नजर आ रहा है.
आने वाले समय में अगर केएल राहुल ने किसी एक स्थान पर रहकर बल्लेबाजी नहीं की तो फिर उनकी जगह छीन सकती है, क्योंकि मौजूदा समय में ऋषभ पंत उन्हें रिप्लेस करने के बहुत बड़े दावेदार हैं जो आक्रामक रूप से बल्लेबाजी करते नजर आते हैं.