Asia Cup 2023: क्रिकेट जगत में कई खिलाड़ी ऐसे हैं, जो अपने डेब्यू के कुछ ही दिनों के बाद टीम से ड्रॉप हो जाते हैं और गुमनामी के अंधेर में खो जाते हैं। वहीं, दूसरी तरफ कुछ खिलाड़ी ऐसे होते हैं, जो शायद जन्म ही इतिहास रचने के लिए लेते हैं। उनके कारनामों के चलते पूरे जीवनकाल में उन्हें देश विदेश और हर उम्र वर्ग के लोगों से मान सम्मान मिलता है, जबकि मृत्यु के बाद भी लोग उन्हें याद करते हैं और उन्हें अपना आदर्श बनाते हैं।
जिम्बाब्वे के ऐसे ही दिग्गज खिलाड़ी और टीम के पूर्व कप्तान हीथ स्ट्रीक का निधन हो गया है। कुछ दिनों पहले भी इस दिग्गज की मौत की अफवाह उड़ाई गई थी, जिस पर खिलाड़ी और उनके परिवार ने अपना गुस्सा जाहिर किया। मगर इस बार यह खबर बिलकुल सही है।
निधन की हुई पुष्टि

जिम्बाब्वे के पूर्व अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ी हीथ स्ट्रीक और उनके परिवार के प्रवक्ता जॉन रेनी ने स्पोर्टस्टार से हीथ स्ट्रीक के निधन की पुष्टी की है। इसके अलावा हीथ स्ट्रीक की पत्नी नडीन स्ट्रीक ने खिलाड़ी के निधन की पुष्टि की है। प्रवक्ता जॉन रेनी ने बताया,
“हीथ स्ट्रीक का सुबह तड़के माटाबेलेलैंड स्थित उनके फार्म में निधन हो गया। उस समय वे अपने परिवार और प्रियजनों के साथ थे। कैंसर से लंबी लड़ाई के बाद उनकी शांतिपूर्वक मृत्यु हो गई।”
वहीं, हीथ स्ट्रीक पत्नी ने फेसबुक पर एक पोस्ट शेयर करते हुए लिखा, “आज सुबह के शुरुआती घंटों में, रविवार 3 सितंबर 2023 को मेरे जीवन का सबसे बड़ा प्यार और मेरे खूबसूरत बच्चों के पिता को भगवान उनके उस घर से परियों के पास ले गए, जहां वह अपने अंतिम दिन परिवार और प्रियजनों के साथ बिताना चाहते थे। वह प्रेम और शांति से सराबोर थे। हमारी आत्माएं अनंत काल के लिए एक हो गई हैं स्ट्रीकी।”
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ऐसा रहा करियर

हीथ स्ट्रीक को दुनिया के सबसे खतरनाक ऑलराउंडर्स में शुमार किया जाता था। वे गेंदबाजी के अलावा अपनी बल्लेबाजी से विरोधियों को पस्त करने के लिए मशहूर थे। उन्होंने 2000 से 2004 के बीच ज़िम्बाब्वे क्रिकेट टीम की कप्तानी भी संभाली।
स्ट्रीक ने अपने करियर में कुल 65 टेस्ट और 189 वनडे मैच खेले। इस दौरान टेस्ट में उन्होंने 1990 रन, जबकि वनडे में 2943 रन बनाए। इतना ही नहीं वे अपने देश के एकमात्र खिलाड़ी हैं, जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट में 100 विकेट चटकाए हैं। उन्होंने ज़िम्बाब्वे क्रिकेट की 12 वर्षों तक सेवा की और इस दौरान कई बार टीम की कमजोर गेंदबाजी को अकेले ही संभाला।
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