Transgender Cricketer: क्रिकेट को जेंटलमेन गेम कहा जाता है, लेकिन इसका यह मतलब कतई नहीं है कि यह खेल सिर्फ पुरषों के लिए बना है। आज के समय में स्त्री – पुरुष के अलावा दृष्टिहीन, शारीरिक रूप से अक्षम लोगों और प्रत्येक ऐज ग्रुप बच्चे से लेकर बुजुर्ग लोगों के लिए खेल का एक प्रारूप निर्धारित है। इसके अलावा भी अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद क्रिकेट के खूबसूरत खेल को विश्व के हर प्रकार के मनुष्यों तक पहुंचने की कोशिशों में लगा हुआ है। इसी क्रम में हाल ही में आईसीसी के नाम और एक बड़ी सफलता दर्ज हो गई है।
पहले बार इंटरनेशनल क्रिकेट में दिखेगा ट्रांसजेंडर खिलाड़ी
![ट्रांसजेंडर खिलाड़ी को मिली वर्ल्ड कप में एंट्री, इस बड़ी वजह से अचानक बदले क्रिकेट के नियम! 2 Canada Cricket Team](https://femalecricket.com/wp-content/uploads/2021/10/canada-womens-cricket-team-2021-1200x788.jpg)
जी हां, महिलाओं और पुरुषों के अलावा अब इंटरनेशनल क्रिकेट में ट्रांसजेंडर खिलाड़ी भी नजर आएंगे। डेनियल मैकगैही (Danielle McGahey) क्रिकेट में पहली ट्रांसजेन्डर खिलाड़ी (Transgender Cricketer) बनने जा रहीं हैं। वे आईसीसी महिला टी20 वर्ल्ड कप के क्वालीफायर मुकाबलों में बांग्लादेश के खिलाफ खेलती हुई नजर आएंगी। मैकगैही को इसी महीने से शुरू होने वाले क्वालीफायर मुकाबलों के लिए कनाडा की महिला टीम में चुना गया है। आपको बता दें कि यह क्वालीफाइंग राउंड लॉस एंजिलिस में 4 से 11 सितंबर तक खेले जाएंगे।
आईसीसी की खास परीक्षा की किया पास
![ट्रांसजेंडर खिलाड़ी को मिली वर्ल्ड कप में एंट्री, इस बड़ी वजह से अचानक बदले क्रिकेट के नियम! 3 Danielle Mcgahey](https://hindi.cricketaddictor.com/wp-content/uploads/2023/09/Danielle-McGahey-1024x538.jpg)
डेनियल मैकगैही के एक खास परीक्षा पास करने के बाद ही कनाडा की राष्ट्रीय महिला टीम में अपनी जगह बनाई है। दरअसल, अंतरराष्टीय क्रिकेट परिषद के अपने कुछ नियम है, जिसके बाद ही किसी खिलाड़ी को किसी भी क्रिकेट टीम में शामिल किया जा सकता है। मैकगैही का चयन ऐसे समय में हुआ है, जब अन्य खेलों ने सुरक्षा और निष्पक्षता संबंधी चिंताओं के चलते ट्रांसजेंडर खिलाड़ियों पर प्रतिबंध कड़े कर दिए हैं, लेकिन मैकगैही ने इन बाधाओं को पार करते हुए इतिहास रचा है।
आपको बता दें कि टीम में चयन के लिए ट्रांसजेंडर खिलाड़ियों के सीरम में टेस्टोस्टेरोन की सांद्रता कम से कम 12 महीने की अवधि के लिए लगातार 5 एनएमओएल/एल1 से कम रहनी चाहिए, जिसके बाद ही उन्हें आईसीसी की ओर से हरी झंड़ी मिलती है। डेनियल मैकगैही ने इस परीक्षा को पास किया है।
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