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Test Cricket : क्या आपने कभी सोचा है कि कोई बल्लेबाज़ एक टेस्ट क्रिकेट (Test Cricket) के एक मैच की एक पारी में 1009 रन बना सकता है? नहीं ना? लेकिन ये हकीकत है! गेंदबाज़ दौड़ते गए, फील्डर भागते रहे और स्कोरबोर्ड थककर चुप हो गया। मैदान पर जैसे क्रिकेट मैच नहीं, कोई वीडियो गेम चल रहा था- हर गेंद पर चौका, हर ओवर में छक्का! क्रिकेट प्रेमियों के लिए यह किसी चमत्कार से कम नहीं था।

Test Cricket की इस ऐतिहासिक पारी से विश्व क्रिकेट हैरान

Test Cricket

टेस्ट क्रिकेट (Test Cricket) की इस ऐतिहासिक पारी से विश्व क्रिकेट भी हैरान है,,,हालंकि यह अद्भुत कारनामा किसी अंतरराष्ट्रीय या प्रथम श्रेणी क्रिकेट में नहीं, बल्कि मुंबई के स्कूल टूर्नामेंट में हुआ, और यह पारी खेली प्रणव धनावडे (Pranav Dhanawade) ने।

प्रणव ने एचटी भंडारी कप इंटरस्कूल टूर्नामेंट के तहत 4 जनवरी 2016 को खेले गए मुकाबले में केसी गांधी स्कूल के ओपनर प्रणव धनावडे ने 327 गेंदों पर नाबाद 1009 रन ठोक डाले। यह मैच आर्या गुरुकुल स्कूल के खिलाफ खेला गया था।

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हर गेंद पर रन, हर ओवर में धमाका

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प्रणव की विस्फोटक बल्लेबाज़ी के आंकड़े किसी फैंटेसी गेम जैसे हैं-59 छक्के और 129 चौके। उनकी टीम ने सिर्फ 3 विकेट पर 1465 रन बनाकर पारी घोषित की। इस दौरान न तो गेंदबाज़ों को कोई राहत मिली और न ही फील्डर्स को सांस लेने का मौका।

प्रणव की यह पारी टेस्ट क्रिकेट (Test Cricket) इतिहास की सबसे बड़ी व्यक्तिगत स्कोरिंग इनिंग बन गई। उन्होंने न सिर्फ हर पुराने रिकॉर्ड को तोड़ा, बल्कि इस पारी से युवा क्रिकेटरों के लिए एक नई प्रेरणा भी पेश की।

विपक्षी टीम ढही, हार का अंतर भी बना रिकॉर्ड

जहां एक ओर केसी गांधी स्कूल के बल्लेबाज़ रनों की बरसात कर रहे थे, वहीं दूसरी ओर आर्या गुरुकुल स्कूल की हालत बेहद खराब रही। उन्होंने पहली पारी में केवल 31 रन और दूसरी पारी में 52 रन बनाए। इस तरह यह मुकाबला एक पारी और 1382 रनों से खत्म हुआ।

इससे पहले पृथ्वी शॉ ने स्कूल क्रिकेट में 546 रन बनाकर इतिहास रचा था, जबकि ऑर्थर कॉलिंस ने 1899 में 628 नाबाद रन बनाकर एक विश्व रिकॉर्ड कायम किया था। लेकिन प्रणव धनावडे ने इन दोनों को पीछे छोड़ते हुए 1009 रन बनाकर इतिहास में नाम दर्ज करा दिया।

यह भले ही अंतरराष्ट्रीय स्तर का मैच न हो, लेकिन क्रिकेट प्रेमियों के लिए यह किसी विश्व रिकॉर्ड से कम नहीं। ऐसी पारियां दशकों में एक बार देखने को मिलती हैं, जो हमेशा के लिए यादगार बन जाती हैं। प्रणव की यह इनिंग बताती है कि प्रतिभा किसी स्तर पर हो, चमक जरूर दिखाती है।

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