Cricket: आईसीसी क्रिकेट वर्ल्ड कप (ICC Cricket World Cup 2023) खत्म होने के साथ ही दुनियाभर में द्विपक्षीय श्रृंखलाओं का दौर एक बार फिर शुरू हो चुका है। टीम इंडिया फिलहाल ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 5 मैचों की घरेलू टी20 सीरीज खेल रही है। इसके बाद दक्षिण अफ्रीका दौरे के लिए भारतीय स्क्वाड का ऐलान हो चुका है।
दूसरी तरफ पाकिस्तान बनाम ऑस्ट्रेलिया, बांग्लादेश बनाम न्यूजीलैंड और इंग्लैंड बनाम वेस्टइंडीज श्रृंखलाएं भी हैं। इस सभी टीमों के लिए कई प्रतिभाशाली खिलाड़ी खेल रहे हैं। हालांकि, सीमित स्थानों के चलते कई टैलंटेड युवाओं को इंटरनेशनल क्रिकेट (International Cricket) खेलने का मौका नहीं मिल पा रहा हैं। मगर एक खिलाड़ी ऐसा भी है, जिसे लम्बे समय के बाद टीम में शामिल किया गया, लेकिन टीम में जगह मिलते ही उसने सन्यांस का ऐलान कर दिया।
टीम में जगह मिलते ही इस खिलाड़ी ने लिया सन्यांस

गुरुवार को अजीत अगरकर की अगुवाई वाली चयनसमिति ने दक्षिण अफ्रीका दौरे के लिए टीम इंडिया का ऐलान किया। निर्धारित संख्या के कारण चयनर्कताओं को कई प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को ड्रॉप करने पर मजबूर होना पड़ा। मगर दूसरी तरफ एक ऐसा खिलाड़ी भी है, जिसे तीन साल के बाद राष्ट्रीय टीम में शामिल किया गया, लेकिन उसने सन्यांस लेने का निर्णय लेकर सभी को चौंका दिया।
आपको बता दें कि हम वेस्टइंडीज के विकेटकीपर बल्लेबाज शेन डाउरिच की बात कर रहे हैं, जिन्हे 3 दिसंबर से इंग्लैंड के खिलाफ शुरू हो रही वनडे सीरीज के लिए टीम में चुना गया था। मगर श्रृंखला शुरू होने से कुछ दिन पहले ही उन्होंने सन्यांस की घोषणा कर दी।
आयरलैंड के खिलाफ खेला एक मात्र वनडे मैच

आपको बता दें कि शेन डाउरिच ने अपने 14 साल के क्रिकेट करियर (Cricket Career) में एक मात्र वनडे मैच आयरलैंड के खिलाफ खेला गया। वहीं, उन्होंने आखिरी बार इंटरनेशनल क्रिकेट में साल 2020 में भाग लिया था, जब वेस्टइंडीज की टीम टेस्ट सीरीज खेलने न्यूजीलैंड दौरे पर गई थी।
क्रिकेट वेस्टइंडीज (Cricket West Indies) के क्रिकेट निदेशक माइल्स बासकोम्बे ने डाउरिच के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की पुष्टि करते हुए एक बयान में कहा, “हम शेन को वेस्टइंडीज के लिए खेलने के दौरान उनके योगदान के लिए धन्यवाद देना चाहते हैं। वह एक अनुशासित, कड़ी मेहनत करने वाले क्रिकेटर हैं, जिन्होंने हमेशा स्टंप के आगे और पीछे अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया। 2019 में उनकी श्रृंखला यादगार रही, जब उन्होंने बारबाडोस में घरेलू धरती पर एक उत्कृष्ट टेस्ट शतक बनाया और हमें इंग्लैंड को हराने और विजडन ट्रॉफी जीतने में मदद की।”
आपको बता दें कि डाउरिच ने वेस्टइंडीज के लिए 35 टेस्ट मैचों में 29.07 की औसत से 1570 रन बनाए हैं।
यह भी पढ़ें: IPL 2024 में ट्रॉफी जीतने के लिए RCB ने चली बड़ी चाल, विराट कोहली जैसा खतरनाक खिलाड़ी टीम में किया शामिल