Asia Cup 2025: टीम इंडिया की एशिया कप 2025 स्क्वाड का ऐलान होते ही पूरे देश में माहौल गर्म हो गया है। क्योंकि एक दिग्गज खेल पत्रकार ने एक चौंकाने वाला दावा कर सभी का ध्यान अपनी तरफ खींचा है। उन्होंने कहा है कि टीम में एक खिलाड़ी का चयन उसकी क्रिकेटिंग परफॉर्मेंस से ज़्यादा राजनीतिक प्रभाव की वजह से हुआ है। अब इस खिलाड़ी को लेकर क्रिकेट के गलियारों में काफी हलचल मची है और कहा जा रहा है कि अगर सिफारिशें काम न आतीं, तो शायद उसका नाम स्क्वाड में न होता।
कौन है ये खिलाड़ी?

कई मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो यह खिलाड़ी कोई और नहीं बल्कि रिंकू सिंह हैं। रिंकू सिंह ने आईपीएल में अपनी विस्फोटक पारियों से जरूर सुर्खियां बटोरी हैं, लेकिन इंटरनेशनल स्तर पर उनका प्रदर्शन अभी स्थिर नहीं रहा है। चयन समिति भी पहले उन्हें स्टैंडबाय लिस्ट में रखने के पक्ष में थी, लेकिन अंतिम समय में राजनीतिक हस्तक्षेप के चलते उनका नाम मुख्य टीम में डाल दिया गया। सबसे दिलचस्प बात यह है कि रिंकू सिंह की मंगेतर समाजवादी पार्टी से सांसद हैं, और यहीं से राजनीतिक प्रभाव की आशंका और मज़बूत हो जाती है।
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बाकि खिलाड़ियों पर पड़ेगा असर!
कई एक्सपर्ट्स का मानना है कि इस तरह की सिफारिशें टीम के बाकी खिलाड़ियों के मनोबल को भी प्रभावित करती हैं और चयन प्रणाली की निष्पक्षता पर सवाल खड़े करती हैं। हालांकि, बीसीसीआई की तरफ से इस मुद्दे पर कोई आधिकारिक सफाई नहीं दी गई है, लेकिन सोशल मीडिया पर यह चर्चा तेजी से फैल रही है कि रिंकू का चयन पूरी तरह मेरिट के आधार पर नहीं हुआ।
रिंकू सिंह के सामने होगा चुनौती
अब जब रिंकू सिंह टीम का हिस्सा बन चुके हैं, तो सभी निगाहें उनके प्रदर्शन पर टिकी होंगी। यह उनके लिए दोहरी चुनौती होगी। एक तरफ आलोचकों को गलत साबित करना और दूसरी ओर खुद को सिफारिश की छवि से बाहर निकालकर अपने दम पर टीम इंडिया में अपनी जगह पक्की करना।