Team India: आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में ऑस्ट्रेलिया ने टीम इंडिया (Team India) को 209 रनों से हराकर खिताब पर कब्जा कर लिया। टीम इंडिया ताश के पत्तों की तरह बिखर गई। विराट कोहली और अजिंक्य रहाणे के आउट होते ही भारत की रही सही उम्मीदें भी धूमिल हो गई। इस मैच में एक घटना पर जमकर विवाद हुआ वो था शुभमन गिल का विकेट। भारतीय बल्लेबाज को अंपायर के गलत फैसले का शिकार होना पड़ा। इसके बाद से अंपायरों पर जमकर ऊंगलियां उठी थी। वहीं इसी बीच अंपायर नितिन मेनन ने एक सनसनीखेज खुलासा करते हुए बताया है कि भारत के कुछ स्टार खिलाड़ी अंपायरों पर निर्णय उनके पक्ष में देने के लिए दवाब बनाते हैं।
WTC फाइनल में अंपायरों पर उठे थे सवाल

टीम इंडिया (Team India) को पिछले दिनों ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ WTC का फाइनल गंवाना पड़ा। यह लगातार दूसरा मौका था जब भारत को वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में हार मिली हो। पिछली बार साल 2020 में न्यूजीलैंड के हाथों उन्हें पराजित होना पड़ा था। इस मैच में एक घटना पर जमकर विवाद हुआ वो था शुभमन गिल (Shubman Gill) का विकेट। दरअसल कैमरून ग्रीन ने उनका लो कैच पकड़ा, हालांकि रिप्ले में साफ दिख रहा था कि गेंद जमीन को छू गई थी मगर टीम इंडिया (Team India) के खिलाड़ी को पवेलियन जाना पड़ा। भारतीय बल्लेबाज को अंपायर के गलत फैसले का शिकार होना पड़ा।
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स्टार खिलाड़ी अंपायरों पर बनाते हैं दबाव

पिछले कई सालों से निरंतर अंपायरिंग की जिम्मेदारी उठा रहे नितिन मेनन का पिछले दिनों प्रोमोशन हुआ और उन्हें एशेज में पर्दापण के लिए बुलावा आया। नितिन मेनन ने अंतराष्ट्रीय क्रिकेट के साथ-साथ इंडियन प्रीमियर लीग यानि आईपीएल में भी अंपायरिंग की है जहां पर दबाव अधिक होता है। टीम इंडिया (Team India) के कई बार बड़े खिलाड़ी उनपर दबाव भी बनाते हैं मगर इन सबके बीच उन्हें निष्पक्ष रूप से फैसला सुनाता है। इसी बीच उन्होंने एक सनसनीखेज खुलासा कर दिया है। उन्होंने एक हालिया इंटरव्यू के दौरान कहा,
“पहले दो सालों में भारतीय भारतीय उपमहाद्वीप में अंपायरिंग, टेस्ट मैच और उसके बाद ऑस्ट्रेलिया व यूएई में हुए टी-20 वर्ल्ड कप के दौरान अंपायरिंग करना एक अद्भुत अनुभव रहा है।”
“मैं सर्वश्रेष्ठ मैच ऑफिशिएल्स के साथ काम कर रहा हूं और खिलाड़ियों ने मेरे अंपायरिंग अनुभव में इजाफा किया है। मैच के दौरान मैंने अपने कैरेक्टर के बारे में बहुत कुछ सीखा है कि मैं दबाव में कैसे व्यवहार करता हूं। बहुत सारे पाॅजिटिव हैं। घर पर अंपायरिंग करने से खिलाड़ियों द्वारा बनाए गए दबाव को संभालने में मुझे मदद मिली है।”
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