Virat Kohli'S Brother Will Be Arrested, Court Has Issued Notice, He Will Have To Serve Years Of Imprisonment
Virat Kohli's brother will be arrested, court has issued notice, he will have to serve years of imprisonment

Virat Kohli: एक चौंकाने वाले घटनाक्रम में, भारतीय क्रिकेट स्टार विराट कोहली (Virat Kohli) के भाई को कानूनी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। एक अदालत ने कथित तौर पर एक लंबे समय से लंबित मामले में उनकी गिरफ्तारी का नोटिस जारी किया है।

अगर दोषी पाए जाते हैं, तो उन्हें कई साल जेल में बिताने पड़ सकते हैं। इस घटनाक्रम ने मीडिया और क्रिकेट जगत में हलचल मचा दी है।

अरेस्ट होगा Virat Kohli का भाई

Virat Kohli

विराट कोहली (Virat Kohli) के भाई को अरेस्ट करने की खबर से फैंस आश्चर्यचकित हैं, लेकिन यहां एक ट्विस्ट है, दरअसल जो व्यक्ति अरेस्ट होने वाला है, वो विराट कोहली (Virat Kohli)  का भाई नहीं बल्कि उनकी टीम आरसीबी के साथी खिलाड़ी हैं।

जी हां यहां बात हो रही है ने रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (आरसीबी) के तेज गेंदबाज यश दयाल (Yash Dayal) की। दयाल को राजस्थान उच्च न्यायालय को गिरफ्तारी से अंतरिम राहत देने से इनकार कर दिया है, जो एक नाबालिग लड़की से कथित बलात्कार के मामले में आरोपी हैं।

न्यायमूर्ति सुदेश बंसल ने जयपुर में मामले की सुनवाई करते हुए स्पष्ट किया कि आरोपों की गंभीरता और पीड़िता की नाबालिग स्थिति को देखते हुए इस स्तर पर कोई राहत नहीं दी जा सकती। अदालत ने केस डायरी तलब की है और अगली सुनवाई 22 अगस्त के लिए निर्धारित की है।

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यश दयाल का दावा

वकील कुणाल जैमन के नेतृत्व में यश दयाल (Yash Dayal) की कानूनी टीम ने आरोपों का पुरज़ोर खंडन किया और दावा किया कि यह मामला क्रिकेटर को बदनाम करने की एक बड़ी साजिश का हिस्सा है। उन्होंने तर्क दिया कि आरोप मनगढ़ंत हैं।

यश दयाल की कानूनी टीम ने तर्क दिया है कि आरोप प्रमुख क्रिकेट आयोजनों से पहले दयाल की छवि खराब करने के उद्देश्य से लगाए गए हैं। वकील ने एफआईआर के समय और स्थान में संदिग्ध पैटर्न की ओर इशारा किया है।

गाजियाबाद में भी इसी तरह के मामले का हवाला

बचाव पक्ष ने गाजियाबाद में यश दयाल के खिलाफ दर्ज एक ऐसे ही बलात्कार के मामले का भी हवाला दिया, जिस पर इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने रोक लगा दी थी। दिलचस्प बात यह है कि जयपुर में दर्ज मौजूदा एफआईआर कथित तौर पर पिछली एफआईआर के सात दिन बाद ही दर्ज की गई थी।

बचाव पक्ष के अनुसार, यह पैटर्न एक ब्लैकमेलिंग रैकेट की संलिप्तता का संकेत देता है जो झूठे मामले दर्ज करके हाई-प्रोफाइल व्यक्तियों का शोषण कर रहा है। अब कोर्ट का फैसला जो भी हो, लेकिन दयाल पर इस तरह के आरोप से उनकी छवि जरूर खराब हुई है।

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Sunil Kumar is a journalist with a Master’s in Journalism and Mass Communication from MGKVP, Varanasi. He has worked with several media organizations. Since February 2025, he has been associated with...