वेस्टइंडीज दौरे पर पहुंचे यशस्वी जायसवाल (Yashasvi Jaiswal) ने अपनी शतकीय पारी से देश-दुनिया में खलबली मचा दी है. उनके घर परिवार में भी खुशी का माहौल है. बेटे के शतक होते ही पिता भूपेंद्र जायसवाल कावड़ यात्रा पर निकल गए हैं. लेकिन, इसके पीछे की वजह उनकी खुशी नहीं बल्कि बेटे से पूरी ना हो सकी मनोकामना है. इस बारे में उन्होंने खुलासा कर सनसनी मचा दी है. इस बारे में यशस्वी जायसवाल (Yashasvi Jaiswal) के पिता ने क्या कुछ कहा है आइये जानते हैं.
पिता की इच्छा पूरी नहीं कर सके जायसवाल
दरअसल यशस्वी जायसवाल (Yashasvi Jaiswal) वेस्टइंडीज के खिलाफ 171 रन बनाकर आउट हो गए. दोहरे शतक से चूकने की नाराजगी उनके चेहरे से साफ झलक रही थी और अब उनके पिता भी इस बात से परेशान हैं. उनका कहना है कि वो भगवान शंकर से मांगेगे कि उनका बेटा दोहरा शतक लगाए. इसके लिए वो कांवड़ यात्रा पर निकल गए हैं.
इस युवा बल्लेबाज की बात करें तो इनका जन्म उत्तर प्रदेश के भदोही में हुआ था. लेकिन वो मुंबई के लिए घरेलू क्रिकेट खेलते हैं. जबकि उनकी फैमिली भदोही में ही रहती हैं. मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो हाल ही में भूपेंद्र जायसवाल ने अपने बेटे के बारे में बात करते हुए कहा, ‘हमें बहुत खुशी हुई. मैं चाहता हूं कि बेटा दोहरा शतक लगाए. भगवान शंकर से यही मांगूगा कि बेटा इस लक्ष्य तक पहुंचे और उसकी मेहनत सफल हो जाए.’
दोहरे शतक से चूकने के बाद भी जायसवाल ने बनाए कई बड़े रिकॉर्ड
दोहरे शतक की आशा लिए बैठे भूपेंद्र जायसवाल की मन्नत यशस्वी जायसवाल के 171 रन पर आउट होते ही अधूरी रह गई. उनका शिकार इस मैच में अल्जारी जोसेफ ने किया. लेकिन, उन्होंने टीम इंडिया को जरूर इस मुकाबले में पारी और 141 रन से जीत दिलाने में मदद की.
हालांकि यशस्वी जायसवाल (Yashasvi Jaiswal) भले ही दोहरे शतक से चूक गए और पिता की इच्छा पूरी नहीं कर सके. लेकिन उन्होंने अपने डेब्यू ही मैच में कई बड़ी उपलब्धि जरूर हासिल कर ली. उन्होंने 387 गेंदों का सामना करते हुए 16 चौके और एक छक्के की मदद से 171 रन बनाए. अपनी पदार्पण मैच में ही वो टीम इंडिया के लिए तीसरी बड़ी पारी खेलने वाले बल्लेबाज बन गए हैं. इस मामले में उन्होंने शिखर धवन और रोहित शर्मा उनसे आगे निकल गए हैं.