नई दिल्ली: एक्टर सुशांत सिंह राजपूत केस में सीबीआई की जांच अभी भी जारी है। बता दें कि, बीते कुछ दिनों पहले इस केस में एम्स ने सीबीआई को अपनी फॉरेंसिक जांच की रिपोर्ट सौंपी थी। जिसमें सुशांत की हत्या का कोई सबूत नहीं मिला था और रिपोर्ट में दावा किया गया है कि एक्टर ने आत्महत्या की थी।
ऐसे में इस मामले पर भाजपा नेता और राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी एक बार फिर से एम्स की फॉरेंसिक रिपोर्ट पर सवाल खड़े किए हैं। सुब्रमण्यम स्वामी ने सुशांत सिंह राजपूत मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है। पत्र में उन्होंने भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) की मेडिकल रिपोर्ट की समीक्षा करने की मांग की है, जिसमें सुशांत की मौत को हत्या मानने से इनकार किया गया था।
ट्वीट कर कही ये बात
If I do not get response from PM on the need to re-review the review of Dr. Sudhir Gupta Special Committee findings on Sushant Singh Rajput’s autopsy, I have a right to file a PIL. Under Articles 19 and 21 I have right to know how SSR’s life was deprived and for speedy justice.
— Subramanian Swamy (@Swamy39) October 22, 2020
वहीं इस बात की जानकारी सुब्रमण्यम स्वामी ने खुद सोशल मीडिया के जरिए दी है। सुब्रमण्यम स्वामी ने अपने आधिकारिक ट्विटर एकाउंट पर लिखा है कि, ‘सुशांत सिंह राजपूत की ऑटोप्सी को लेकर डॉ. सुधीर गुप्ता की विशेष समिति के निष्कर्षों की समीक्षा पर प्रधानमंत्री का जवाब नहीं मिलता है तो मेरे पास जनहित याचिका दायर करने का अधिकार है। अनुच्छेद 19 और 21 के तहत मुझे यह जानने का अधिकार है कि सुशांत की जान कैसे गई?’
बता दें कि सुब्रमण्यम स्वामी का यह ट्वीट सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इसके अलावा कई सोशल मीडिया यूजर्स और एक्टर के फैंस भी इस ट्वीट पर अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं। आपको बता दें कि, इससे पहले भी सुब्रमण्यम स्वामी ने सुशांत केस में एम्स की जांच रिपोर्ट पर कई सवाल उठाए थे और ट्विटर पर रिपोर्ट को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी थी।
इससे पहले भी उठाए थे कई सवाल
बीते कुछ दिनों पहले उन्होंने ट्विटर पर लिखा था कि, ‘सुबह का ऑरेंज जूस। सुशांत ने जिस गिलास में ऑरेंज जूस पिया था उसे संरक्षित क्यों नहीं किया गया? मुंबई पुलिस ने उनका अपार्टमेंट सील क्यों नहीं किया, जोकि अप्राकृतिक मौत के मामलों में अनिवार्य होता है।’ आगे स्वामी ने पूछा था कि क्या एम्स की टीम ने सुशांत के शव का पोस्टमॉर्टम किया था या केवल कूपर अस्पताल के डॉक्टरों की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से अपनी राय बनाई?
क्या डॉ. सुधीर गुप्ता को उच्च अधिकारियों ने कहा था कि एम्स की विशेष टीम द्वारा रिपोर्ट पेश किए जाने से पहले वे साक्षात्कार दें? क्या एम्स की टीम ने सबूतों को नष्ट किए जाने की जांच की? क्या मौत के कारणों पर एक निश्चित राय बनाने के लिए फॉरेंसिक मेडिकल के दृष्टिकोण से सामग्री अपर्याप्त सामग्री थी? और क्या स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय इस मामले को मंत्रालय के मेडिकल बोर्ड को भेजने पर विचार करेगा?
सीबीआई से आग्रह
वहीं, सुशांत सिंह के परिवार के वकील विकास सिंह ने सीबीआई से इस मामले पर गौर करने का आग्रह किया है। इसी कड़ी में सुशांत केस लिए लगातार आवाज उठा रहे सुब्रमण्यम स्वामी के वकील इशकरण भंडारी ने कहा है कि , डॉ स्वामी ने माननीय पीएम मोदी को लिखा है कि स्वास्थ्य मंत्रालय को एम्स रिपोर्ट की समीक्षा करने और सुशांत सिंह राजपूत मामले में फॉरेंसिक परीक्षा को फिर से शुरू करने के लिए मेडिकल बोर्ड के गठन के निर्देश देने पर विचार करें। उन्होंने यह भी कहा कि यह अनिवार्य है।’