Cursed bungalow: वैसे तो अंधविश्वास की पैरवी हरगिज नहीं करनी चाहिए लेकिन कई बार कुछ ऐसी घटनाएं घटित हो जाती हैं जो अंधिविश्वास करने पर मजबूर कर ही देती हैं। ऐसी ही एक कहानी है 90 करोड़ के एक बंगले की जिसको जिसने भी खऱीदा वो सड़क पर आ गया। बताया जाता है कि इस बंगले की वजह से बॉलिवुड़ के तीन बड़े सितारे बुरी तरह बर्बाद हो गए, जिसके बाद आखिर में उन्हें ये बंगला बेचना ही पड़ा। आईए जानते हैं कि कहां पर स्थित है ये बंगला और कौन से कलाकारों का करियर इस बंगले के कारण चौपट हुआ है।
1. भारत भूषण

1950 की शुरूआत में बॉक्स ऑफिस के बादशाह रहे भारत भूषण ऐसे कलाकर थे जो हमेशा अपनी कला में खोए रहते थे। बैजू बावरा, मिर्जा गालिब और बरसात की रात जैसी फिल्मों में काम कर वो अपने करियर से सबसे सुनहरे दौर में जी रहे थे। इसी समय भारत ने मुंबई की आलीशान कार्टर रोड़ पर स्थित एक बंगले (Cursed bungalow) को खरीद लिया और उसे ही अपना नया आशियाना बना लिया। बताया जाता है कि भारत ने ये आलीशान घर एक एंगलो इंडियन परिवार से खरीदा था।
लेकिन कुछ ही सालों बाद 60 का दशक आते आते भारत भूषण का सितारा धुंधला होने लगा और उनकी फिल्में लगातार फ्लॉप होती गई। इसी दौरान उन्होंने अपने भाई के साथ मिलकर भी एक फिल्म बनाई थी जिसके बाद तो वो इस तरह कर्जे में डूब गए की इस हवेली को बेचकर भी वो अपना कर्जा नहीं उतार पाए।
2. राजेंद्र कुमार

इस बंगले की जर्जर हालत को देखते हुए अभिनेता राजेंद्र कुमार ने इस बंगले (Cursed bungalow) को मात्र 60,000 में खरीद लिया और इसे अपनी बेटी का नाम देकर यहां रहना शुरू कर दिया। राजेंद्र ने बंगले का नाम डिंपल रखा था जो कि इनके लिए काफी लकी भी साबित हुआ, उन्हें लगातार एक से एक हिट फिल्मों में काम मिलना शुरू हो गया और देखते ही देखते राजेंद्र कुमार बड़े सितारों की लिस्ट में शामिल हो गए थे।
अपनी शानदार एक्टिंग के बदौलत उन्हें जुबली कुमार नाम से भी पहचान मिल गई थी। लेकिन 1968 के आसपास राजेंद्र की किस्मत ने कुछ इस तरह करवट ली की राजेंद्र का करियर अर्श से फर्श पर पहुंच गया था। उनकी फिल्में लगातार फ्लॉप होती गई और फिर शुरू हुआ उनके जीवन का सबसे बुरा दौर जिससे निकलने के लिए उन्हें इस बंगले को बेचना पड़ा।
3. राजेश खन्ना

30 साल की उम्र से पहले ही बॉलिवुड के सुपरस्टार बने राजेश खन्ना ने इस बंगले को खरीद लिया था और सबसे पहला काम उन्होंने किया की इस बंगले का नाम डिंपल से बदलकर आर्शीवाद रख दिया। लेकिन कुछ ही सालों बाद राजेश खन्ना के करियर का भी वहीं हाल हुआ जो भारत भूषण और राजेंद्र का हुआ था। कई हिट फिल्मों में काम कर चुके राजेश की फिल्में जब बॉक्स ऑफिस पर लगातार असफल हुई तो उन्होंने सुपरस्टार का टैग भी गवां दिया था
इतना ही नहीं इस बुरे वक्त में उनकी शादी भी टूट गई जिसके बाद ये बताया जाता है कि बाकी का जीवन राजेश खन्ना ने इस बंगले में अकेले बिताया और यहीं पर उन्होंने अपनी अंतिम सांस ली थी। 2014 में इस बंगले को एक उद्योगपति को बेच दिया गया एवं 2016 में इस बंगले के नए मालिक ने इसे धवस्त कर दिया और इसी के साथ इस बंगले का सफर भी खत्म हो गया।