Actor: बॉलीवुड में कई सितारों ने राज किया। कुछ को उनके कॉमिक अंदाज के लिए सराहा गया तो कुछ को उनके रोमांटिक अंदाज के लिए वाहवाही मिली। इन्हीं में से एक एक्टर ऐसा है जिसने गंभीर भूमिकाओं से अपनी शुरुआत की और 1989 में दाग फिल्म से यू-टर्न लिया।
गंभीर किरदार निभाने के बाद उन्होंने हास्य भूमिकाएं निभानी शुरू कर दीं। इस एक्टर ने हिंदी और उर्दू सहित 300 से अधिक फिल्मों में काम किया जबकि 250 से ज्यादा भारतीय फिल्मों के संवाद भी लिखे। चलिए आपको बताते हैं इस एक्टर (Actor) के बारे में।
सिविल इंजीनियर का प्रोफेसर था ये Actor

जिस आइकॉनिक एक्टर (Actor) की हम बात कर रहे हैं वो और कोई नहीं बल्कि कादर खान हैं। बहुमुखी प्रतिभा के धनी, वह एक एक्टर, पटकथा लेखक और यहां तक कि एक निर्माता भी थे। काबुल, अफगानिस्तान में जन्मे कादर खान और उनका परिवार मुंबई चले गए, जहां उन्होंने कमाठीपुरा में अपना जीवन शुरू किया।
फिल्मों में एंट्री लेने से पहले खान ने सिविल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की और यहां तक कि बायकुला में एमएच साबू सिद्दीक कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग में सिविल इंजीनियरिंग के प्रोफेसर के रूप में पढाया भी। तकनीकी क्षेत्र में जुड़े होने के बावजूद, खान एक एक्टर बनने की ख्वाहिश रखते थे, इसलिए उन्होंने नाटकों में एक्टिंग करना शुरू कर दिया।
Actor को करना पड़ा आर्थिक तंगी का सामना

एक अच्छी डिग्री होने के बाद भी एक्टर (Actor) कादर खान के परिवार को आर्थिक तंगी से गुजरना पड़ा था। दिवंगत एक्टर ने अपने बचपन में कई उतार-चढाव देखे। रिपोर्ट्स के मुताबिक आर्थिक स्थिति ठीक ना होने की वजह से कादर खान के माता-पिता के बीच तनाव पैदा हो गया, जिससे रोजाना झगड़े होने लगे।
आखिरकार, उनका तलाक हो गया और कादर की माँ की उनके रिश्तेदारों ने जबरन दूसरी शादी करवा दी। मां की दूसरी शादी के बाद कादर खान की जिंदगी खराब हो गई। उनके सौतेले पिता उनके साथ बुरा व्यवहार करते थे और अक्सर उन्हें पैसे कमाने के लिए 10 किलोमीटर पैदल चलने के लिए भेजा।
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भीख मांगकर गुजारा करता था Actor

कादर खान को मस्जिदों के बाहर भीख मांगने के लिए मजबूर होना पड़ा। रिपोर्ट्स में दावा किया गया कि कादर का परिवार हफ्ते में सिर्फ तीन दिन ही खाना खा पाता था, बाकी दिन उन्हें भूखा रहना पड़ता था। जिससे परेशान होकर कादर ने अपनी किताबें जला दीं। हालांकि इसके लिए उन्हें मां ने फटकार लगाई और उन्हें खुद का नाम बनाने और कड़ी मेहनत करने के लिए कहा। मां के निधन के बाद कादर ने एक्टर (Actor) बनने के लिए खूब मेहनत की। ग्रेजुएशन करने के बाद उन्होंने कॉलेज में पढ़ाया।
एक नाटक में एक्टिंग करते हुए कॉमेडियन आगा ने उनकी प्रतिभा को देखा और एक्टर दिलीप कुमार से उनकी सिफारिश की। उनकी प्रतिभा से प्रभावित होकर दिलीप कुमार ने उन्हें अपनी अगली फिल्मों, सगीना और बैराग के लिए साइन कर लिया, जिससे कादर की एक्टिंग का सफर शुरू हुआ। बता दें कि एक्टर (Actor) कादर खान ने साल 2015 तक कई फिल्मों में काम किया। वहीं साल 2018 में एक अपक्षयी बीमारी सुप्रान्यूक्लियर पाल्सी के कारण उनका निधन हो गया।
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