बीते 24 दिसंबर को अनिल कपूर का जन्मदिन है। अनिल कपूर ने अपना जन्म दिन सगे संबंधियों के साथ धूमधाम से मनाया। आपको पता है कि अनिल कपूर एक जाने माने कलाकार हैं और इस समय अपनी आगे आने वाली फिल्म जुग जुग जियो की शूटिंग में व्यस्त है। अपना जन्मदिन भी उन्होंने सेट में ही सेलिब्रेट किया था, जहां उनकी पत्नी सुनीता भी मौजूद थी। अनिल कपूर के करियर की बात की जाए तो बहुत कम लोग ही जानते होंगे की अनिल का शुरुआती करियर कुछ खास नहीं था।
उनके पास टैक्सी का किराया देने भर के भी पैसे नहीं होते थे। हां, करियर में थोड़ा आगे बढ़ने के बाद उनके हालात सुधरे थे। आज हम आपको अनिल कपूर और उनके भाई बोनी कपूर के झगड़े के बारे में बताने जा रहे हैं। आइये जानते हैं पूरी कहानी….
श्रेदेवी की वजह से भाई पर गुस्सा हुए अनिल
यह किस्सा 1987 में आई फिल्म मिस्टर इंडिया के दौरान की है। इस फिल्म अनिल कपूर के साथ श्रीदेवी लीड रोल में थी।
फिल्म बॉक्सऑफिस पर ब्लॉकबस्टर साबित हुई थी। लेकिन इसी फिल्म की शूटिंग के दौरान अनिल और उनके भाई में भिड़त हो गई थी।वैसे अनिल और श्रीदेवी ने कई फिल्में साथ में की है। दोनों के बीच अच्छी दोस्ती थी। हालांकि, एक वक्त ऐसा भी था जब श्रीदेवी की वजह से अनिल अपने भाई से नाराज हो गए थे।
इंटरव्यू में कहीं बोनी ने ये बात
बोनी ने एक इंटरव्यू में बताया था कि वह श्रीदेवी को देखते ही उनके दीवाने हो गए थे। वह उन्हें किसी भी कीमत पर अपनी फिल्म में लेना चाहते थे, जिसके लिए उन्हें उनकी मां को भी मनाना पड़ा था।उन्होंने बताया था कि श्रीदेवी को मिस्टर इंडिया ऑफर की तो उन्होंने मना कर दिया था।
इसके बाद उन्होंने 10 लाख रुपए फीस मांगी, जिस पर बोनी ने उन्हें 11 लाख का ऑफर दिया। अनिल का पैसा भी फिल्म में लगा था। श्रीदेवी को इतनी बड़ी रकम देना उन्हें पसंद नहीं आया। अनिल ने उस वक्त तो बोनी से कुछ नहीं कहा।
माँ के इलाज के लिए दिए थे पैसे
सूत्रों के अनुसार श्रीदेवी को अपनी मां के इलाज के लिए पैसों की जरूरत थी। उस वक्त भी बोनी ने उनकी मदद की। इसके चलते अनिल, बोनी से भिड़ गए थे। इतना ही नहीं उन्होंने मिस्टर इंडिया का सेट भी छोड़ दिया था और फिल्म तक करने से मना कर दिया था। इसके बाद फिल्म के डायरेक्टर शेखर कपूर ने उन्हें फोन करके मनाया और वे कुछ शर्तों के साथ वापस आए थे। उन्होंने प्रोडक्शन का काम अपने हाथ में लिया था और प्रॉफिट में से भी काफी बड़ा हिस्सा अपने नाम किया था।