Rukhsana Sultana: सैफ अली खान के पटौदी नवाब के बारे में आपने कई बार पढ़ा और सुना होगा। लेकिन क्या आप जानते हैं कि सैफ की पूर्व पत्नी अमृता सिंह का परिवार भी शानो-शौकत के मामले में पटौदी परिवार से एक इंच भी कम नहीं था। हरियाणा में पटौदी निवास को लोग एक बार देखना चाहते हैं, जबकि अमृता सिंह के परिवार का एक समय में दिल्ली में काफी दबदबा था। यहां तक कि अमृता सिंह की मां रुखसाना सुल्ताना (Rukhsana Sultana) का दबदबा ऐसा था कि लोग उनके डर से कांपते थे। आइए आज आपको बताते हैं अमृता सिंह कि मां रुखसाना सुल्ताना के बारे में।
कौन थी अमृता सिंह कि मां Rukhsana Sultana?
अमृता सिंह रुखसाना सुल्ताना (Rukhsana Sultana) और शिविंदर की इकलौती बेटी थीं। रुखसाना मुस्लिम थीं और शिविंदर सिख जाट परिवार से ताल्लुक रखते थे और आर्मी ऑफिसर थे। जल्द ही लोगों के बीच उनका रुतबा ऐसा हो गया कि नेता हों या बड़े बिजनेसमैन, लाइसेंस के लिए उनके आगे झुकते थे। भारतीय सोशलाइट रुखसाना सुल्ताना का बोल्ड और बेहद खूबसूरत अंदाज उनकी पुरानी तस्वीरों में साफ नजर आता है। संजय गांधी की करीबी सहयोगी रहीं एक्ट्रेस सारा अली खान कि नानी साड़ी में कमाल लगती थीं।
अपने दौर में ग्लैमर से भरपूर थी रुखसाना
अमृता सिंह और उनकी मां रुखसाना सुल्ताना (Rukhsana Sultana) की यह पुरानी फोटो वायरल हो रही है। फोटो में मां-बेटी दोनों की खूबसूरती और स्टाइल साफ नजर आ रही है। गॉगल्स और ज्वैलरी के साथ सारा की दादी का फैशनेबल लुक हर किसी का मुंह बंद करने के लिए काफी है। रुखसाना सुल्ताना पुरानी दिल्ली में ब्यूटी पार्लर चलाती थीं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक उन्होंने एक इंटरव्यू में बताया था कि वह खुद संजय गांधी से मिलने आई थीं और पार्टी के लिए कुछ करने की इच्छा जताई थी। दरअसल अमृता सिंह की मां रुखसाना सुल्ताना (Rukhsana Sultana) अपने समय में यूथ कांग्रेस की बड़ी नेता थीं।
कांग्रेस और संजय गांधी कि बेहद करीबी
वह संजय गांधी की राजनीतिक सहयोगी भी थीं। रुखसाना सुल्ताना कांग्रेस, खासकर इंदिरा गांधी की बहुत करीबी थीं। बाद में वह संजय गांधी की करीबी बन गईं। आपातकाल के दौरान रुखसाना सुल्ताना (Rukhsana Sultana) का नाम सामने आया। दिल्ली में रुखसाना सुल्ताना की एक बुटीक थी, जहां एक बार संजय गांधी आए थे। पहली मुलाकात में दोनों की अच्छी जम गई और दूसरी मुलाकात में संजय के कहने पर वह राजनीति में आ गईं।
मुसलमानों के बीच रुखसाना का रहता भय
संजय गांधी ने उन्हें मुस्लिम लोगों को समझाने और उन्हें नसबंदी के लिए प्रेरित करने की बड़ी जिम्मेदारी दी, क्योंकि जनसंख्या बढ़ रही थी जिसे रोकना जरूरी था। ऐसे में वह चांदनी चौक और दिल्ली के मुस्लिम इलाकों में गईं और मुस्लिम लोगों को समझाया और उन्हें मनाया भी। लेकिन कहा जाता है कि कुछ लोगों को जबरन भी लाया गया था, जिसकी वजह से मुस्लिम लोग उनसे डरने लगे थे। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो संजय गांधी ने रुखसाना को 8 हजार मुस्लिम पुरुषों की नसबंदी करवाने की जिम्मेदारी दी थी। लेकिन रुखसाना (Rukhsana Sultana) इससे भी कहीं आगे निकल गईं और उन्होंने 13 हजार पुरुषों की नसबंदी करवाई, जो भी एक रिकॉर्ड है।
इमरजेंसी में मिला चीफ ग्लैमर गर्ल का तमगा
कहा जाता है कि इमरजेंसी के दौरान संजय गांधी ने रुखसाना को नसबंदी कार्यक्रम की जिम्मेदारी सौंपी थी। दिल्ली में जामा मस्जिद के आसपास रहने वाले मुसलमानों के लिए रुखसाना सुल्ताना (Rukhsana Sultana) खौफ का दूसरा नाम थीं। स्थिति यह थी कि जब भी तुर्कमान गेट और जामा मस्जिद के आसपास उसकी मौजूदगी की भनक लगती तो पुरुष अपने घरों में छिप जाते थे। रुखसाना को इमरजेंसी की चीफ ग्लैमर गर्ल कहा जाता था। एक समय में रुखसाना (Rukhsana Sultana) की संजय गांधी से नजदीकियों की खूब चर्चा हुई थी।
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