सादगी भरा जीवन, मधुर सी वाणी और भारत की स्वर कोकिला कही जाने वाली लता मंगेशकर जी के गायकी की सारी दुनिया दीवानी थी। जो आज हमारे बीच नहीं रही। मशूहर गायिका लता मंगेशकर जी (Lata Mangeshkar), जिनकी मधुर आवाज को भला कौन नहीं जानता होगा। अपनी मधुर आवाज का जादू बिखेर कर लता मंगेशकर ने दुनियाभर में भारत की पहचान बढ़ाई। लेकिन बात जब उनकी निजी जिंदगी की आती है तो कहीं न कहीं उनके फैंस का मन कचोटता है कि काश उन्होंने शादी भी की होती और संगीत की उनकी विरासत अगली पीढ़ियों तक भी कायम रहती। आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको बताएंगे कि लता जी ने जीवन में शादी क्यों नहीं की?
Lata Mangeshkar ने क्यों नहीं की शादी?
आज सिनेमा जगत के लिए दुखद की खबर है, क्योंकि मशूहर गायिका लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) ने दुनिया से अलविदा कह दिया है। लेकिन उनकी जीवन में कई सवाल ऐसे है जिन्हें हर कोई जानना चाहता है। उनमें से एक सवाल है कि लता जी ने जिंदगी में शादी क्यों नहीं की। इस बात का खुलासा लता दीदी ने खुद एक इंटरव्यू में किया।
उन्होंने कहा, “सब कुछ भगवान की इच्छा के अनुसार होता है. जीवन में जो भी होता है, वह अच्छे के लिए होता है और जो नहीं होता, वह भी अच्छे के लिए ही होता है.” उस समय इंटरव्यू देते वह करीब अपने जीवन के 82वें वर्ष में थीं। उन्होंने आगे कहा, “अगर यह सवाल मुझसे चार-पांच दशक पहले पूछा जाता, तो शायद आपको कुछ और जवाब मिलता. लेकिन आज मेरे पास ऐसे विचारों के लिए कोई जगह नहीं है.”
लता मंगेशकर ने बेहद कम उम्र में संभाली जिम्मेदारिया
बता दें लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) ने एक इंटरव्यू में बताया था कि घर में वह सबसे बड़ी थीं, सो उनपर जिम्मेदारियों भी कई थी। उन्होंने कहा था, “घर के सभी सदस्यों की जिम्मेदारी मुझ पर थी. ऐसे में कई बार शादी का खयाल आता भी था तो उस पर अमल नहीं कर सकती थी. बेहद कम उम्र में ही मैं काम करने लगी थी. मेरे पास बहुत ज्यादा काम रहता था.” बता दें कि साल 1942 में जब वह महज 13 साल की थीं, तब ही लता मंगेशकर के सिर से पिता का साया उठ गया था. ऐसे में परिवार की सारी जिम्मेदारियां उनके ऊपर आ गई थीं। जिसे उन्होंने बखूबी निभाया।
इस शख्स से रहीं थी करीबी दोस्ती
सभी फैंस के जहन में बस ये सवाल आता है कि आखिर लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) ने जिंदगी में शादी क्यों नहीं की। उनकी लाइफ में काफी करीबी दोस्त रहे राज सिंह डूंगरपुर। राज, शाही परिवार से आते थे और बीसीसीआई यानी भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के अध्यक्ष भी थे। एक रिपोर्ट में खुलासा हुआ था कि लता मंगेशकर और राज सिंह डूंगरपुर दोनों एक दूसरे से शादी करना चाह रहे थे, लेकिन जब राज सिंह ने अपने माता-पिता को इस बारे में सूचित किया, तो उनके पिता महारावल लक्ष्मण सिंहजी ने उनके रिश्ते को मंजूरी नहीं मिली। हालांकि लता मंगेशकर ने कभी इस वजह की पुष्टि नहीं की, और घर की जिम्मेदारियों को ही कारण बताया।
लता को महसूस होता था खालिपन
एक इंटरव्यू में जब उनसे सवाल किया गया कि क्या कभी जीवन में अकेलापन महसूस होता है, खालीपन अखरता है.. तो तब लता मंगेशकर ने बताया था कि कभी-कभी वह खालीपन महसूस करती हैं। उनका कहना था, “मेरे सारे दोस्त चले गए. नरगिस और मीना कुमार मेरी करीबी दोस्त थीं. हम उनके निधन तक रेगुलर तौर पर टच में रहते थे. एक अन्य दोस्त मेरे देव आनंद भी रहे, जिनके संपर्क में लगातार रही.” उन्होंने इसके साथ यह भी बताया था कि बाद की पीढ़ी में अनु मलिक अक्सर उन्हें बुलाते रहे. आमिर खान, शंकर महादेवन, हरिहरन और सोनू निगम भी उनके करीब और संपर्क में रहे हैं।
मध्यम वर्गीय परिवार से थी लता जी
बता दें कि लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) का जन्म 28 सितंबर, 1929 में एक मिडिल क्लास मराठी परिवार में हुआ था। मध्य प्रदेश के इंदौर शहर में जन्मीं लता पंडित दीनानाथ मंगेशकर की बड़ी बेटी थीं। लता जी की गायकी पूशतेनी थी, क्योंकि उनके पिता रंगमंच के कलाकार थे। पहली बार स्टेज पर गाने के लिए उन्हें जो 25 रुपये मिले थे, उसे ही वह अपनी पहली कमाई बताती थी।
हालांकि उन्होंने पहली बार साल 1942 में मराठी फिल्म ‘किती हसाल’ के लिए गाना गाया था। लता के भाई हृदयनाथ मंगेशकर और बहनें उषा मंगेशकर, मीना मंगेशकर और आशा भोंसले सभी ने अपने करियर के रूप में संगीत को ही चुना। साल 1942 में पिता के देहांत के बाद जब परिवार की आर्थिक स्थिति गड़बड़ा गई तब लता मंगेशकर ने मराठी और हिंदी फिल्मों में छोटे-छोटे रोल भी किए। हालांकि उन्हें उनकी गायकी ने ही दुनियाभर में पहचान दिलाई थी।