Lawrence Bishnoi: महाराष्ट्र के एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या में लॉरेंस बिश्नोई गैंग का नाम सामने आ रहा है। आपको बता दें, लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने तो इसकी जिम्मेदारी ही ले ली है। साथ ही इस हत्याकांड को सलमान खान (Salman Khan) को धमकी से भी जोड़कर देखा जा रहा है।
इसी बीच जानकारी सामने आई है कि लॉरेंस बिश्नोई (Lawrence Bishnoi) गैंग के काम करने का अलग ही तरीका है और पूरे देश में करीब 700 शार्प शूटर उसने खड़े कर लिए हैं।
Salman Khan के लिए लॉरेश बिश्नोई ने बनाई टोली
लॉरेंस बिश्नोई (Lawrence Bishnoi) गैंग की पड़ताल कर रहे कुछ पुलिस सूत्रों का कहना है कि यह गैंगस्टर अलग ही तरीके से काम करता है। वह आमतौर पर ऐसे लड़कों को अपने साथ लाता है, जिनका पिछला कोई क्रिमिनल रिकॉर्ड नहीं होता। इनके जरिए ही वह बड़ी से बड़ी हत्याओं को अंजाम दिलाता है, जिससे पुलिस को कोई शक नहीं होता और ये लोग आसानी से मूवमेंट कर पाते हैं।
इन लड़कों में उन्हें शामिल किया जाता है, जो जेल में कुछ समय पहले ही आए हों। इसके बाद उनकी मीटिंग लॉरेंस बिश्नोई के गुर्गों से होती है और उन्हें टारगेट सौंपे जाते हैं।
बिश्नोई गैंग के लगभग 700 शूटर को किया तैयार
बताया जाता है कि भारत में इस गिरोह के लगभग 700 शूटर हैं। सूत्रों के मुताबिक, बिश्नोई गैंग (Lawrence Bishnoi) स्थानीय गैंगस्टरों के संपर्क में रहता है। ये स्थानीय ग्रुप ही शूटरों को हायर करते हैं, जो हथियारों चलाने में एक्सपर्ट होते हैं और बिश्नोई गिरोह के निर्देश पर किसी भी कॉन्ट्रेक्ट किलिंग की घटना को अंजाम देते हैं। इसके लिए उन्हें पैसे दिए जाते हैं।
विदेश में सेटल कराने का झांसा दे करता है क्राइम
गुजरात की साबरमती जेल में लॉरेंस बिश्नोई (Lawrence Bishnoi) खुद बीते साल से ही बंद है। इसके अलावा उसकी गैंग के कई लोग राजस्थान, दिल्ली, पंजाब और हरियाणा की जेलों में कैद हैं। इनके जरिए वह कोई अपराध अंजाम नहीं दे सकता। इसलिए नई पौध खड़ी करता है और उन लोगों को चुनता है, जिनके नाम पर पहले से कोई केस न हों। एनआईए सूत्रों का कहना है कि इसके लिए उन लोगों को भी कई बार चुना जाता है, जो बेरोजगार हों।
इन्हें मोटी रकम का लालच मिलता है या फिर विदेश में कहीं सेटल कराने का झांसा दिया जाता है। ऐसा कई लोगों के साथ किया भी गया है और वे कनाडा जैसे देशों में रह रहे हैं।
खौफ का दूसरा नाम
बाबा सिद्दीकी की हत्या के लिए भी इसी पैटर्न का इस्तेमाल हुआ और नए लोगों को इसके लिए चुना गया। लॉरेंस बिश्नोई (Lawrence Bishnoi) गैंग कुख्यात होता जा रहा है और पूरे देश में खौफ का दूसरा नाम बन चुका है। इसी साल की शुरुआत में हरियाणा की पार्टी इनेलो के नेता नफे सिंह राठी की हत्या हुई थी।
इसके अलावा गुरुग्राम में बुकी सचिन मुंजाल मारा गया था। इन कत्लों के पीछे भी बिश्नोई गैंग का ही नाम सामने आया था। यही नहीं लॉरेंस बिश्नोई के करीबी गुर्गे रोहित गोदारा ने इसकी जिम्मेदारी भी ली थी, जो फिलहाल कनाडा में बसा हुआ है।