Nalini Jaywant : बॉलीवुड की आज की एक्ट्रेस के बारें में तो आप लगभग सब कुछ जानते है। लेकिन आज हम आपको गुजरे जमाने की जानी मानी एक्ट्रेस के बारें मे बताने जा रहे है। ये एक्ट्रेस हिंदी सिनेमा की सबसे खूबसूरत एक्ट्रेस में से एक है। उन्होंने 50 के दशक में लोगों के दिलों पर राज किया। टीन एज में ही इस एक्ट्रेस ने फिल्मी जगत में कदम रख दिया था और आते ही छा गई।
एक्ट्रेस अपनी ऐक्टिंग और सुंदरता से उस दौर की सबसे लोकप्रिय अभिनेत्रियों में से एक बना गई थी। ये वो एक्ट्रेस है जिसे कभी हिंदी फिल्मों की सबसे खूबसूरत अभिनेत्री का खिताब दिया गया था, लेकिन बाद में वह लोगों की नजरों से गायब हो गईं। आइए जानते है आखिर कौन है ये एक्ट्रेस…
कौन है ये एक्ट्रेस?
हम बात कर रहे है 50 के दशक की सबसे खूबसूरत एक्ट्रेस नलिनी जयवंत (Nalini Jaywant) की। इस एक्ट्रेस ने अपनी खूबसूरती और अभिनय कौशल से लोगों के दिलों मे राज किया है। लेकिन अफसोस की बात तो ये है कि उनकी मौत पर भी किसी का ध्यान नहीं गया। एक्ट्रेस ने अपने करियर की शुरुआत बहनें 1941 और अनोखा प्यार 1948 जैसी फिल्मों से की। एक्ट्रेस का नाम टॉप एक्ट्रेसेस में शुमार है। उन्होंने टॉप अभिनेताओं और निर्देशकों के साथ काम किया।
कई फिल्मों में एक्ट्रेस के अभिनय को खूब सराहा गया। आपको बता दें, 1950 के दशक में फिल्मफेयर ने एक ब्यूटी पोल किया था जिसमें नलिनी फर्स्ट नंबर पर आई थी। सुंदरता के मामले में तो एक्ट्रेस ने मधुबाला को भी मात दे दी थी।
डांस और म्यूज़िक का था शौक
एक्ट्रेस का जन्म महाराष्ट्र में हुआ था। बचपन से ही उन्हें डांस और म्यूज़िक का बहुत शौक था। इसलिए उन्होंने कथक और शास्त्रीय संगीत की शिक्षा ली थी। नलिनी की फिल्म राधिक चिमनलाल के बेटे वीरेंद्र देसाई ने डायरेक्ट की थी। वीरेंद्र शादीशुदा थे। वो एक पिता भी थे। नलिनी से उम्र में वो काफी बड़े थे। इसके बावजूद साल 1945 में उन्होंने एक्ट्रेस से शादी कर ली।
उनके इस फैसले का ख़ामियाज़ा वीरेंद्र के साथसाथ नलिनी को भी भुगतना पड़ा. दोनों के देसाई परिवार और कंपनी से बेदखल कर दिया गया था। दोनों मलाड में एक किराए के कमरे में रहने लगे। धीरेधीरे एक्ट्रेस को काम मिलना बंद हो गया। एक्ट्रेस ने शर्त रखी की वो काम करेंगी तो अपने पति वीरेंद्र देसाई के डायरेक्शन में ही उनके ये शर्त उन्हें लो डूबी।
3 दिनों तक नहीं मिली थी लाश
नलिनी जयवंत (Nalini Jaywant) का 22 दिसंबर 2010 को 84 वर्ष की आयु में यूनियन पार्क, चेंबूर, मुंबई स्थित उनके बंगले में निधन हो गया। अफसोस की बात है कि उसकी मौत पर तीन दिनों तक किसी का ध्यान नहीं गया जब तक कि उसके शव को लेने के लिए एम्बुलेंस नहीं आई। आपको बता दें, उनके पड़ोसियों ने बताया कि साल 2001 में उनके पति प्रभु दयाल के निधन के बाद उन्होंने खुद को समाज से अलग कर लिया था और लोगों से मिलनाजुलना बंद कर दिया था।