Kinnar Akhara: उत्तर प्रदेश का प्रयागराज महाकुंभ 2025 शुरू से चर्चा में रहा है। इसमें सबसे बड़ी खबर किन्नर अखाड़े से आ रही है। एक बार फिर किन्नर अखाड़ा (Kinnar Akhara) सुर्खियों में है। इस बार वजह हैं बॉलीवुड अभिनेत्री ममता कुलकर्णी। ममता कुलकर्णी को किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर की उपाधि दी गई थी।
फिल्मी दुनिया को छोड़कर आध्यात्म का रास्ता अपनाने वाली एक्ट्रेस ममता कुलकर्णी का किन्नर अखाड़े की आचार्य महामंडलेश्वर डॉ. लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी ने अभिषेक किया। ममता कुलकर्णी के महामंडलेश्वर बनने के साथ ही लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी का नाम भी चर्चा में आ गया है।
महामंडलेश्वर पद से हटी ममता
बता दें लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी किन्नर अखाड़े (Kinnar Akhara) की पहली महामंडलेश्वर हैं, जिन्होंने समाज में ट्रांसजेंडर समुदाय के अधिकारों के लिए लंबी लड़ाई लड़ी है। किन्नर अखाड़े (Kinnar Akhara) के संस्थापक ऋषि अजय दास ने एक्ट्रेस ममता कुलकर्णी को महामंडलेश्वर और डॉ. त्रिपाठी को आचार्य महामंडलेश्वर के पद से हटा दिया। इसके साथ ही दोनों की चर्चा काफी जोरों पर है। लेकिन शायद ही कोई लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी के बारे में जानता होगा तो आइए आज हम आपको उनके बारे में बताते हैं।
अब लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी भी बर्खास्त
अभिनेत्री ममता कुलकर्णी को महामंडलेश्वर की उपाधि दिए जाने पर आचार्य लक्ष्मी नारायण के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी की जा रही थी। अभिनेत्री को महामंडलेश्वर बनाए जाने को लेकर किन्नर अखाड़े (Kinnar Akhara) के अंदर ही विरोध शुरू हो गया था। इस मुद्दे पर किन्नर अखाड़े (Kinnar Akhara) के संस्थापक अजय दास और आचार्य महामंडलेश्वर डॉ. लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी आमने-सामने आ गए। इस बीच अजय दास ने लक्ष्मी नारायण के साथ ही ममता को भी पद से हटा दिया है।
आइए जानते हैं कौन हैं लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी?
लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी बिग बॉस में नजर आ चुकी हैं। उनका जन्म 13 दिसंबर 1978 को महाराष्ट्र के ठाणे के मारुति बाई अस्पताल में एक ब्राह्मण परिवार में हुआ था। लक्ष्मी ने बचपन में नृत्य की पेशेवर ट्रेनिंग ली थी। उन्होंने भरतनाट्यम में पोस्ट ग्रेजुएशन किया है। लक्ष्मी सलमान खान के टीवी शो बिग बॉस के 5वें सीजन की कंटेस्टेंट रह चुकी हैं।
इसके अलावा उन्होंने सच का सामना और 10 का दम जैसे टीवी शो में भी हिस्सा लिया था। इसके जरिए उन्होंने अखाड़े (Kinnar Akhara) को भी खूब चर्चा में लाया। वह टीवी शो ‘सच का सामना’, ‘राज पिछले जन्म का’ और शार्क टैंक इंडिया के दूसरे सीजन में भी नजर आईं।
त्रिपाठी ने ट्रांसजेंडर समुदाय के लिए किया काम
किन्नर अखाड़ा (Kinnar Akhara) की लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी के प्रयासों से ही सुप्रीम कोर्ट ने ट्रांसजेंडर को ‘थर्ड जेंडर’ के रूप में मान्यता दी। अपनी सक्रियता के अलावा लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी ने ‘मी हिजड़ा, मी लक्ष्मी’ नाम से एक किताब भी लिखी है। लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी वर्ष 2008 में संयुक्त राष्ट्र में एशिया प्रशांत का प्रतिनिधित्व करने वाली पहली ट्रांसजेंडर हैं।
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