दिवगंत एक्टर सुशांत सिंह राजपूत की आत्महत्या को लेकर केंद्रीय जांच एजेंसी से कराने की मांग लंबे समय से उठाई जा रही है।अब सुशांत सिंह राजपूत केस की जांच अब सीबीआई करने जा रही है। इतना ही नहीं बिहार सरकर ने भी सीबीआई से जांच कराने की मांग की। बता दें कि- एजेंसी ने रिया चक्रवर्ती, इंद्रजीत चक्रवर्ती, संध्या चक्रवर्ती, शोविक चक्रवर्ती, सैमुअल मिरांडा, श्रुति मोदी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। और आगे की कार्रवाई भी शुरू कर दी है।
रिया चक्रवर्ती के वकील ने सीबीआई से जांच कराना गैरकानूनी बताया
वहीं दूसरी ओर, रिया के वकील सतीश मानशिंदे का कहना है कि-“सीबीआई ने उक्त कार्यवाही को लंबित रखते हुए अवैधानिक रूप से केस दर्ज किया है, जो कि बिहार पुलिस के हाथ में रहने के दौरान आगे बढ़ रहा है।”
उन्होंने ये भी बताया है कि-
“सीबीआई देश में एक प्रमुख जांच एजेंसी है, जिसे सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों पर चल रही कार्यवाही को लंबित करने के लिए कोई भी कदम उठाने से बचना चाहिए। खासतौर पर तब तक जब तक सीबीआई को मामले की जांच देने के लिए महाराष्ट्र सरकार सहमति नहीं देती है… यह पूरी तरह से गैरकानूनी होगा और किसी भी ज्ञात कानूनी सिद्धांत से परे, यह संघीय ढांचे को प्रभावित करेगा।”
अगले हफ्ते सुशांत केस की सुप्रीम कोर्ट में होगी सुनवाई
सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि-‘सुशांत सिंह राजपूत एक प्रतिभाशाली कलाकार थे और उनकी मौत असमान्य है। ऐसे में सच सामने आना जरूरी है। जस्टिस ऋषिकेश रॉय की एकल पीठ ने यह टिपण्णी रिया चक्रवर्ती द्वारा बिहार में दर्ज मामले को मुंबई ट्रांसफर करने की मांग वाली याचिका पर सुनवाई के दौरान की।सुनवाई के दौरान सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने पीठ को बताया,बिहार सरकार की ओर से सुशांत की मौत की जांच सीबीआई से कराने की मांग केंद्र सरकार ने स्वीकार कर ली हैं। पीठ ने रिया की याचिका पर बिहार पुलिस, महाराष्ट्र पुलिस और सुशांत के परिवार को तीन दिनों में जवाब देने के लिए कहा है।
सीबीआई की टीम में बिहार पुलिस भी शामिल
आपकों बताते चलें कि -सीबीआई ने भी इस मामले को अपने हाथ में लेते हुए स्पेशल टीम का गठन कर लिया है। सीबीआई की ओर से ये भी बताया गया है कि- सुशांत मामले की जांच में गठित समिति में किसको शामिल किया जाएगा। इस मामले की जांच माल्या और अगस्त्या वेस्टलैंड की जांच करने वाली टीम को सौंपी गई है।
सीबीआई की टीम में बिहार के अधिकारियों को भी शामिल किया जाएगा। अधिकारियों ने कहा कि पुलिस अधीक्षक नूपुर प्रसाद के नेतृत्व में विशेष जांच दल इसकी जांच करेगा और इसकी निगरानी डीआईजी गगनदीप गंभीर और संयुक्त निदेशक मनोज शशिधर करेंगे। दोनों गुजरात कैडर के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी हैं।